Share Market News: भारतीय पूंजी बाजार के लिए एक बड़ी खबर है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सात कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लॉन्च करने की मंजूरी दे दी है। इनमें एडटेक यूनिकॉर्न फिजिक्सवाला और सोलर पैनल निर्माता सात्विक ग्रीन एनर्जी जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सेबी की नवीनतम अपडेट में यह जानकारी सामने आई है। इन सभी कंपनियों ने जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच अपने IPO के शुरुआती दस्तावेज़ (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस - DRHP) दाखिल किए थे और 14 से 18 जुलाई के बीच सेबी से 'ऑब्जर्वेशन' प्राप्त किया है। सेबी का 'ऑब्जर्वेशन' मिलना इस बात का संकेत है कि ये कंपनियां अब अपनी IPO प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकती हैं।
फिजिक्सवाला और सात्विक ग्रीन एनर्जी के अलावा, निम्नलिखित कंपनियों को भी IPO लॉन्च करने की मंजूरी मिली है:
विनिर इंजीनियरिंग (Vinir Engineering): इंजीनियरिंग क्षेत्र में कार्यरत।
प्रणव कंस्ट्रक्शंस (Pranav Constructions): रियल एस्टेट डेवलपमेंट।
फुजीयामा पावर सिस्टम्स (Fujiyama Power Systems): छतों पर सोलर सॉल्यूशन्स प्रदान करने वाली कंपनी।
SIS कैश सर्विसेज (SIS Cash Services): कैश लॉजिस्टिक्स और संबंधित सेवाएं।
एनलोन हेल्थकेयर (Anlon Healthcare): केमिकल और हेल्थकेयर उत्पादन।
गौडियम IVF एंड वूमेन हेल्थ, जिसने जनवरी 2025 में अपना DRHP दाखिल किया था, ने बाद में अपनी IPO योजना को वापस ले लिया है।
इस साल जनवरी से जून 2025 के बीच, 24 कंपनियों ने IPO के माध्यम से कुल ₹45,351 करोड़ की राशि जुटाई है। यह राशि पिछले साल (2024) की समान अवधि की तुलना में काफी अधिक है, जब 36 कंपनियों ने ₹31,281 करोड़ जुटाए थे। जुलाई 2025 तक, आठ कंपनियां अपने IPO लॉन्च कर चुकी हैं, और पांच अन्य कंपनियां निकट भविष्य में अपने IPO शुरू करने की तैयारी में हैं।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 की दूसरी छमाही IPO बाजार के लिए "सावधानीपूर्ण आशावादी" रहेगी। इस आशावाद को घरेलू निवेशकों की मजबूत भागीदारी, सकारात्मक निवेशक भावना और आर्थिक विकास की स्पष्टता से समर्थन मिलेगा।
एडटेक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फिजिक्सवाला ने मार्च 2025 में गोपनीय मार्ग (Confidential Filing) के तहत अपना DRHP दाखिल किया था। कंपनी का लक्ष्य इस IPO के माध्यम से पूंजी जुटाकर अपने व्यवसाय का विस्तार करना है।
सात्विक ग्रीन एनर्जी अपने IPO के माध्यम से ₹1,150 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है। इसमें ₹850 करोड़ नए शेयरों के जरिए और ₹300 करोड़ ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से जुटाए जाएंगे। इस राशि का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:
ऋण चुकाने के लिए।
ओडिशा में 4 GW सोलर पीवी उत्पादन सुविधा स्थापित करने के लिए।
सात्विक सोलर इंडस्ट्रीज में निवेश के लिए।
मुंबई स्थित रियल एस्टेट कंपनी प्रणव कंस्ट्रक्शंस अपने IPO के जरिए ₹392 करोड़ के नए इक्विटी शेयर और लगभग 28.57 लाख शेयरों के OFS के माध्यम से पूंजी जुटाएगी। इस राशि का उपयोग निम्नलिखित के लिए होगा:
सरकारी मंजूरी प्राप्त करने के लिए।
अतिरिक्त फ्लोर स्पेस इंडेक्स (FSI) खरीदने के लिए।
पुनर्विकास परियोजनाओं के लिए।
इसका IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा, जिसमें 5.33 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। इस IPO से प्राप्त राशि कंपनी के प्रमोटरों और मौजूदा शेयरधारकों को मिलेगी।
यह कंपनी ₹600 करोड़ के नए इक्विटी और 2 करोड़ शेयरों के OFS के माध्यम से पूंजी जुटाएगी। इस राशि का उपयोग निम्नलिखित के लिए होगा:
रतलाम में उत्पादन सुविधा में निवेश।
ऋण चुकाने के लिए।
सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए।
SIS कैश सर्विसेज अपने IPO में ₹100 करोड़ का नया इश्यू और 37.15 लाख शेयरों का OFS शामिल करेगी। इस राशि का उपयोग निम्नलिखित के लिए होगा:
नकदी ले जाने वाले वाहनों की खरीद।
ऋण चुकाने के लिए।
सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए।
एनलोन हेल्थकेयर अपने IPO के माध्यम से 1.4 करोड़ नए शेयर जारी करेगी। इस राशि का उपयोग निम्नलिखित के लिए होगा:
उत्पादन सुविधाओं के विस्तार के लिए।
ऋण चुकाने के लिए।
कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के लिए।
सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए।
उपरोक्त सभी कंपनियां अपने प्राथमिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के माध्यम से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सूचीबद्ध होंगी। यह भारतीय पूंजी बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो निवेशकों को विविध क्षेत्रों में निवेश के नए अवसर प्रदान करेगा।