Zoom News : Nov 25, 2020, 09:26 AM
अलवर। जिले में एक बार फिर गैंगरेप की बड़ी घटना सामने आई है। तिजारा थाना क्षेत्र में एक युवती का अपहरण कर 3 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना के बाद, पीड़िता इतनी सदमे में थी कि वह 10 दिनों तक परिवार को कुछ भी नहीं बता पाई। बाद में, जब वह सामान्य हुई, तो उसने रिश्तेदारों को इस संबंध के बारे में बताया। इस पर परिजन थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। फिलहाल, उनका कोई सुराग नहीं लग सका है।
तिजारा थानाधिकारी जितेंद्र नावरिया ने बताया कि पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार, उनकी 17 वर्षीय बेटी 12 वीं कक्षा में पढ़ती है। वह 11 नवंबर को ट्यूशन करने के लिए घर में आई थी। उसी समय गांव का युवक नवीन पीड़ित के पास आया। उसने छात्र को बताया कि उसके पिता ने उसे बुलाया था। जब छात्र ट्यूशन सेंटर से बाहर आया तो नवीन और उसके साथी कमल सिंह ने मुंह बंद कर लिया और बाइक पर बैठ गए। उसके बाद उन्हें रास्ते में चरत सिंह मिले।पिता को जान से मारने की धमकी दीबाद में, तीनों युवकों ने एक अज्ञात जगह ले ली और उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने नाबालिग को धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो वह उसके पिता को मार देगा। घटना के बाद पीड़िता हैरान रह गई और उसकी तबीयत बिगड़ गई। इस पर, उन्हें 12 नवंबर को अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां वह 16 नवंबर तक अस्पताल में भर्ती रही। हैरान होने के कारण, वह परिवार को घटना के बारे में नहीं बता सकी। 22 नवंबर को पीड़िता ने परिवार को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया। मामले की जांच तिजारा के पुलिस उपाधीक्षक कुशाल सिंह द्वारा की जा रही है।
तिजारा थानाधिकारी जितेंद्र नावरिया ने बताया कि पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार, उनकी 17 वर्षीय बेटी 12 वीं कक्षा में पढ़ती है। वह 11 नवंबर को ट्यूशन करने के लिए घर में आई थी। उसी समय गांव का युवक नवीन पीड़ित के पास आया। उसने छात्र को बताया कि उसके पिता ने उसे बुलाया था। जब छात्र ट्यूशन सेंटर से बाहर आया तो नवीन और उसके साथी कमल सिंह ने मुंह बंद कर लिया और बाइक पर बैठ गए। उसके बाद उन्हें रास्ते में चरत सिंह मिले।पिता को जान से मारने की धमकी दीबाद में, तीनों युवकों ने एक अज्ञात जगह ले ली और उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने नाबालिग को धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो वह उसके पिता को मार देगा। घटना के बाद पीड़िता हैरान रह गई और उसकी तबीयत बिगड़ गई। इस पर, उन्हें 12 नवंबर को अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां वह 16 नवंबर तक अस्पताल में भर्ती रही। हैरान होने के कारण, वह परिवार को घटना के बारे में नहीं बता सकी। 22 नवंबर को पीड़िता ने परिवार को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया। मामले की जांच तिजारा के पुलिस उपाधीक्षक कुशाल सिंह द्वारा की जा रही है।