AajTak : Apr 02, 2020, 12:29 PM
इटली: कोरोना वायरस कोविड-19 की वजह से इटली में करीब 13 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। 1 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। पूरी इटली हैरान-परेशान है। चिकित्सा व्यवस्था और सरकार हिले हुए हैं। डॉक्टरों की मौत हो रही है। हर रोज सैकड़ों लोग मारे जा रहे हैं, वहीं इटली का एक गांव ऐसा भी है, जहां कोरोना वायरस पहुंच भी नहीं पाया है। यहां के सभी लोग सुरक्षित हैं।
इस जगह का नाम है मोंताल्दो तोरीनीज (Montaldo Torinese)। ये एक गांव है जो इटली के पूर्वी इलाके पियोदमॉन्ट के तुरीन शहर के अंदर आता है। आपको जानकर हैरत होगी लेकिन यहां के लोगों का मानना है कि इस गांव के साफ पानी और हवा की वजह से कोरोना यहां नहीं आया। लोगों का कहना है कि इस गांव का पानी जादुई है। इसलिए अभी तक कोरोना का एक भी केस सामने नहीं आया। इसी पानी से सन 1800 में नेपोलियन बोनापार्ट के सैनिकों का निमोनिया ठीक हुआ था। नेपोलियन की सेना ने यहां 1800 के जून महीने में कैंप लगाया था। मोंताल्दो तोरीनीज गांव तुरीन शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। हैरान करने वाली बात ये है कि तुरीन शहर में कोरोना के 3600 से ज्यादा मामले सामने आएं है। पियोदमॉन्ट की हालत खराब है। यहां 8200 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में है। लेकिन मोंताल्दो तोरीनीज में एक भी केस नहीं है। तुरीन शहर के अंतर्गत आने वाले मोंताल्दे तोरीनीज में एक भी कोरोना का केस नहीं है। ऐसी कहानियां सुनाई जाती हैं कि इस गांव के कुओं से निकलने वाले पानी से नेपोलियन की सेना का निमोनिया ठीक हुआ था। यहां की खूबसूरती अद्भुत है। पियोदमॉन्ट के मेयर सर्गेई गियोती ने बताया कि मोंताल्दो तोरीनीज की साफ हवा और कुएं के पानी की वजह से नेपोलियन की सेना ठीक हुई थी। हो सकता है इस कुएं के पानी की वजह से यहां के लोग अब तक सुरक्षित बचे हुए हैं।सर्गेई ने बताया कि इस गांव के कई लोग तुरीन शहर जाते हैं। तुरीन में कोरोना का संक्रमण बहुत ज्यादा है। लेकिन इस गांव के लोग वहां से वापस आने के बाद भी स्वस्थ हैं। उन्हें किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं है।हालांकि, इसके बावजूद मोंताल्दो तोरीनीज गांव में मेयर सर्गेई ने मास्क और सैनिटाइजर बांटे हैं। कोरोना वायरस के बारे में बताया है ताकि लोग इस महामारी के बारे में जागरूक हो जाएं। (फोटोः रॉयटर्स)मोंताल्दो तोरीनीज गांव में कुल 720 लोग रहते हैं। सर्गेई ने बताया कि यहां के लोगों की जीवनशैली बेहद सामान्य और सेहतमंद है। यहां के लोग किसी भी तरह से गंदगी से समझौता नहीं करते। चाहे वह खुद की हो या गांव की।
इस जगह का नाम है मोंताल्दो तोरीनीज (Montaldo Torinese)। ये एक गांव है जो इटली के पूर्वी इलाके पियोदमॉन्ट के तुरीन शहर के अंदर आता है। आपको जानकर हैरत होगी लेकिन यहां के लोगों का मानना है कि इस गांव के साफ पानी और हवा की वजह से कोरोना यहां नहीं आया। लोगों का कहना है कि इस गांव का पानी जादुई है। इसलिए अभी तक कोरोना का एक भी केस सामने नहीं आया। इसी पानी से सन 1800 में नेपोलियन बोनापार्ट के सैनिकों का निमोनिया ठीक हुआ था। नेपोलियन की सेना ने यहां 1800 के जून महीने में कैंप लगाया था। मोंताल्दो तोरीनीज गांव तुरीन शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। हैरान करने वाली बात ये है कि तुरीन शहर में कोरोना के 3600 से ज्यादा मामले सामने आएं है। पियोदमॉन्ट की हालत खराब है। यहां 8200 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में है। लेकिन मोंताल्दो तोरीनीज में एक भी केस नहीं है। तुरीन शहर के अंतर्गत आने वाले मोंताल्दे तोरीनीज में एक भी कोरोना का केस नहीं है। ऐसी कहानियां सुनाई जाती हैं कि इस गांव के कुओं से निकलने वाले पानी से नेपोलियन की सेना का निमोनिया ठीक हुआ था। यहां की खूबसूरती अद्भुत है। पियोदमॉन्ट के मेयर सर्गेई गियोती ने बताया कि मोंताल्दो तोरीनीज की साफ हवा और कुएं के पानी की वजह से नेपोलियन की सेना ठीक हुई थी। हो सकता है इस कुएं के पानी की वजह से यहां के लोग अब तक सुरक्षित बचे हुए हैं।सर्गेई ने बताया कि इस गांव के कई लोग तुरीन शहर जाते हैं। तुरीन में कोरोना का संक्रमण बहुत ज्यादा है। लेकिन इस गांव के लोग वहां से वापस आने के बाद भी स्वस्थ हैं। उन्हें किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं है।हालांकि, इसके बावजूद मोंताल्दो तोरीनीज गांव में मेयर सर्गेई ने मास्क और सैनिटाइजर बांटे हैं। कोरोना वायरस के बारे में बताया है ताकि लोग इस महामारी के बारे में जागरूक हो जाएं। (फोटोः रॉयटर्स)मोंताल्दो तोरीनीज गांव में कुल 720 लोग रहते हैं। सर्गेई ने बताया कि यहां के लोगों की जीवनशैली बेहद सामान्य और सेहतमंद है। यहां के लोग किसी भी तरह से गंदगी से समझौता नहीं करते। चाहे वह खुद की हो या गांव की।