Coronavirus / चेन्नई में 200 मौत का अता-पता नहीं, आंकड़ों में हेरफेर के बाद सरकार ने दिया यह आदेश

Jansatta : Jun 11, 2020, 09:20 AM
Coronavirus: देश में कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है और थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में कुछ राज्यों पर आंकड़े छुपने या कम दिखाने का आरोप भी लगा है। तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि तमिलनाडु सरकार ने कोरोना से हुई मौतों का ऑडिट करने के आदेश दिये हैं। अधिकारी ने बताया कि ऑडिट करने का आदेश तब दिया गया जब हमने पाया कि कोविड 19 से हुई 200 से ज्यादा मौतों का आंकड़ा राज्य के आधिकारिक आंकड़ों में जोड़ी ही नहीं गई।

अधिकारी ने कहा कि यह अनुमान नगर निगम के रिकॉर्ड के “प्रारंभिक आकलन” पर आधारित है। तमिलनाडु में बुधवार शाम तक कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा 326 पहुंच गया है। जिसमें अकेले चेन्नई शहर में 260 लोगों की जान गई। अधिकारियों ने इसे मिसमैच और प्रक्रियागत चूक बताया है। उनका कहना है कि ऐसा कोई सिस्टम नहीं है जिसके माध्यम से चेन्नई निगम में दैनिक आधार पर रिकॉर्ड होने वाली मौतों की रिपोर्टिंग की जा सके।

राज्य की स्वास्थ्य सचिव नीला राजेश ने इन आरोपों से साफ इंकार किया है कि सरकार ने मौत की संख्या को छुपने के लिए राज्य के आधिकारिक आंकड़ों से छेड़छाड़ की है। नीला राजेश ने कहा ” मौत के आंकड़ों को सुव्यवस्थित करने के लिए ‘नौ सदस्यीय सुलह समिति’ बनाई गई है। यह समिति ऐसे सभी मामलों को देखेगी।”

स्वास्थ्य सचिव ने कहा “हमें मौतों का आंकड़ा छुपने की ज़रूरत नहीं है। हम ऐसा कर ही नहीं सकते। हम सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के अस्पतालों से रिपोर्ट की गईं सभी कोविद -19 मौतों की सटीक रिपोर्टिंग कर रहे हैं। लेटेस्ट रिपोर्ट में पता चला कि कुछ मौते रिपोर्ट नहीं की गईं हैं। जिसके बाद हमने एक समिति का गठन किया है जो शहर के अंदर होने वाली कोविद -19 मौतों का आकलन करेगी।” राजेश ने कहा कि सरकार को उन मौतों की संख्या का पता लगाना बाकी है, जो आधिकारिक आंकड़ों में नहीं जोड़ी गई हैं। क्योंकि समिति अभी भी डेटा एकत्र कर रही थी, इसलिए अभी इसपर कुछ भी कहना संभव नहीं है।

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