COVID-19 / कोरोना से लड़ने में एकदूसरे की मदद के लिए WHO के साथ मिलकर 37 देशों ने की साझेदारी

News18 : May 31, 2020, 10:57 AM
ज्यूरिख: कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने में एकदूसरे की मदद करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) के साथ मिलकर 37 देशों ने एक साझेदारी (alliance) बनाई है। शुक्रवार को इन देशों ने मिलकर कोरोना वायरस की वैक्सीन, दवाओं और डायगोनिस्टिक टूल्स पर सामूहिक मालिकाना हक की आवाज उठाई है।

पूरी दुनिया में फैली महामारी को लेकर इन देशों को डर है कि वैक्सीन और दवाओं का पेटेंट हासिल कर कुछ देश इसके इस्तेमाल में कानूनी अड़चन पैदा कर सकते हैं। इसलिए इन देशों ने अपील की है कि महामारी को देखते हुए वैक्सीन और दवाओं पर सभी का समान हक होना चाहिए।

विकासशील देशों के सामने है बड़ा संकट

इन देशों में ज्यादातर विकासशील देश हैं। इनके साथ ही कुछ डॉक्टर्स और ड्रग इंडस्ट्री ने भी इनकी मांगों का समर्थन किया है। इनकी मांग है कि वैक्सीन या दवाओं की खोज हो जाने के बाद इसकी सप्लाई हर देश में समान रूप से की जाए।

विकासशील और कुछ छोटे देशों को ये डर है कि अमीर देश कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुड़े हैं। करीब 100 तरह की वैक्सीन की खोज प्रगति पर है। सब एकदूसरे से आगे निकलने की होड़ में हैं। अगर किसी एक को भी कामयाबी मिल जाती है तो वो उसपर अपना हक जता सकता है। ऐसे में विकासशील और गरीब देशों के सामने वैक्सीन हासिल करने में समस्या आ सकती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की सभी के साथ आने की अपील

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोस्टा रिका के प्रेसीडेंट कार्लोस अल्वाराडो ने कहा है कि वैक्सीन, टेस्ट, ट्रीटमेंट और कोरोना वायरस से जुड़े दूसरे मेडिकल टूल्स को सभी देशों को उपलब्ध करवाना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महामारी को देखते हुए ये पब्लिक हेल्थ से जुड़ा मसला है। इसपर सभी को ध्यान देना चाहिए।

इस तरह के प्रयास मार्च महीन में ही शुरू हो गए थे। इसका मकसद था कि कोरोना वायरस से जुड़ी सभी तरह की साइंटिफिक जानकारी, डाटा और बौद्धिक संपदा को एकदूसरे से साझा किया जाए। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के संक्रमण के 58 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इसकी वजह से करीब 3 लाख 60 हजार से भी ज्यादा लोगों की जान गई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस मुहिम में बाकी देशों को भी शामिल होने को कहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुखिया टेड्रोस अधोनाम ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना के वैक्सीन की खोज में पेटेंट के महत्व को समझता है लेकिन इस वक्त लोगों का स्वास्थ्य ज्यादा अहम मसला है।


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