AajTak : Feb 04, 2020, 02:40 PM
उतर प्रदेश: कान में ईयर फोन लगाकर काम करना कितना खतरनाक साबित हो सकता है, यह मिर्जापुर में घटी एक घटना से समझा जा सकता है। मिर्जापुर में सब्जी के भगोने में गिरकर एक तीन साल की मासूम की जान चली गई। घटना के समय कान में ईयर फोन लगाकर सब्जी बना रही रसोइया गाने सुनती रही।इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने स्कूल के प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया है। जिलाधिकारी सुशील पटेल ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। घटना नमक-रोटी प्रकारण के बाद चर्चा में आए मिर्जापुर जिले के प्राथमिक विद्यालय रामपुर अतरी की है। घटना की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। खंड शिक्षा अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और घटना के संबंध में जानकारी ली।
बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ ही एडीएम यूपी सिंह समेत कई आला अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली। बताया जाता है कि जिले के मड़िहान इलाके के प्राथमिक विद्यालय रामपुर अतरी में रसोइया कान में ईयर फोन लगाकर गाने सुनते हुए खाना बना रही थी। इसी बीच अपने अपने भाई के साथ पढ़ने गई तीन साल की मासूम आंचल खेलते-खेलते सब्जी के भगोने में गिर गई। रसोइए को इसकी भनक भी नहीं लगी।
मासूम के रोने की आवाज सुनकर बच्चों ने शोर तो मौके पर अफरातफरी फैल गई। रसोइया बच्ची को निकालने की बजाय मौके से भाग खड़ी हुई। दौड़कर पहुंचे लोगों ने बच्ची को सब्जी के भगोने से निकाला और आनन-फानन में लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उपचार के दौरान आंचल ने दम तोड़ दिया। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मृतक आंचल का नाम स्कूल के रजिस्टर में दर्ज नहीं था।
बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ ही एडीएम यूपी सिंह समेत कई आला अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली। बताया जाता है कि जिले के मड़िहान इलाके के प्राथमिक विद्यालय रामपुर अतरी में रसोइया कान में ईयर फोन लगाकर गाने सुनते हुए खाना बना रही थी। इसी बीच अपने अपने भाई के साथ पढ़ने गई तीन साल की मासूम आंचल खेलते-खेलते सब्जी के भगोने में गिर गई। रसोइए को इसकी भनक भी नहीं लगी।
मासूम के रोने की आवाज सुनकर बच्चों ने शोर तो मौके पर अफरातफरी फैल गई। रसोइया बच्ची को निकालने की बजाय मौके से भाग खड़ी हुई। दौड़कर पहुंचे लोगों ने बच्ची को सब्जी के भगोने से निकाला और आनन-फानन में लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उपचार के दौरान आंचल ने दम तोड़ दिया। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मृतक आंचल का नाम स्कूल के रजिस्टर में दर्ज नहीं था।