AMAR UJALA : Apr 12, 2020, 09:53 AM
Coronavirus: कोरोना वायरस की जांच करने वाली करीब 5 लाख विशेष किट भारत की जगह अमेरिका पहुंच गई हैं। केंद्र समेत कई राज्यों ने चीन की एक कंपनी को जांच किट का ऑर्डर दिया था, लेकिन निर्यातक व्यापारी ने माल को अमेरिका भेज दिया। इस किट की मदद से महज आधे घंटे में जांच संभव थी। यहां अब कोविड-19 की रैपिड जांच को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुख्य महामारी विशेषज्ञ डॉ. रमन आर गंगाखेड़कर ने शनिवार को कहा, पांच लाख किट का ऑर्डर दिया गया था जिनमें से कुछ बहुत जल्द भारत पहुंचने वाली थीं लेकिन अब तक नहीं पहुंचीं।हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि जांच किट जल्द आ जाएंगी। वहीं तमिलनाडु के मुख्य सचिव शणमुगम ने पुष्टि करते हुए कहा, चीन की कंपनी को राज्य ने चार लाख रैपिड एंटीबॉडी किट्स का ऑर्डर दिया था। केंद्र ने भी इसी कंपनी को पांच लाख किट का ऑर्डर दिया है। पहली खेप चीन से भारत आने वाली थी जिसमें करीब 50 हजार किट तमिलनाडु की थीं।लेकिन निर्यातक व्यापारी ने माल भारत न भेजकर अमेरिका भेज दिया। अब उम्मीद है कि जल्द ही ये माल अमेरिका से भारत पहुंचेगा। कोरोना की जांच करने वाली ये एंटीबॉडी किट महज आधे घंटे में बता देती हैं कि व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं? अभी देश में एक सैंपल की जांच में 3 से 4 घंटे लगते हैं। 9 अप्रैल को मिलने वाली थीं 2.5 लाख किटआईसीएमआर के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने अमर उजाला को बताया कि जिस दिन देश में लॉकडाउन लागू हुआ था। उसी दिन 25 मार्च को 10 लाख एंटीबॉडी किट के आवेदन मांगे थे लेकिन कंपनियों से इतनी क्षमता में किट का आवेदन नहीं मिला। जिसके बाद 28 मार्च को 5 लाख किट की मांग रखी गई।हालांकि उसमें एक शर्त थी कि ज्यादा से ज्यादा किट की आपूर्ति पहले हफ्ते में होनी चाहिए। चीन की कंपनी के साथ इस पर करार हुआ और 9 अप्रैल तक भारत को 2.5 लाख किट मिलने वाली थीं। 2-3 दिन में आने की उम्मीदस्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एंटीबॉडी जांच किट के लिए सभी प्रयास जारी हैं। राज्यों में कोरोना की जांच जरूरत के अनुसार चल रही है। देश के सभी सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों से भी वायरस जांच करने के आवेदन मांगे हैं। उन्होंने कहा, अगले दो से तीन दिन में ये किट मिल सकेंगी। पीपीई, मास्क की रफ्तार भी मंदसूत्रों के मुताबिक अब तक करीब 56 हजार पीपीई और 21 लाख एन-95 मास्क घरेलू निर्माता कंपनियों से मिल पाए हैं। जबकि 39 कंपनियों को सरकार ने 70 लाख पीपीई और 1.01 करोड़ एन-95 मास्क उपलब्ध कराने का ऑर्डर दिया था।