News18 : Aug 09, 2020, 03:53 PM
देवघर। झारखंड (Jharkhand) के देवघर (Deoghar) जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां शौचालय की टंकी (Toilet Tank) में काम करने के दौरान 6 लोगों की मौत (Death) हो गई है। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। वहूीं, पुलिस- प्रशासन भी सकते में है। फिलहाल, सूचना मिलने के बाद स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, मामला देवघर के देवीपुर (Devipur) का है। बताया जा रहा है कि एक निजी मकान में निर्माणाधीन टंकी के अंदर पहले एक मजदूर काम करने घुसा था। लेकिन कुछ ही देर में वह बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए काम करवा रहा ठेकेदार और उसके दो लड़के भी टंकी के अंदर गए लेकिन वो भी बेहोश हो कर टंकी के अंदर ही फंस गए। फिर, इन मूर्छित हुए लोगों को बचाने के लिए शौचालय का काम करा रहे दो भाई ब्रजेश बरनवाल और मिथलेश बरनवाल भी बारी- बारी से टंकी के अंदर उतर गए और देखते ही देखते सभी छह लोग टंकी के अंदर ही बेहोश होकर फंस गए।
JCB के सहारे 6 लोगों को बाहर निकाला गयाटॉयलेट टैंक में लोगों के फंसने के बाद आनन-फानन में JCB बुलवाई गई, जिसकी मदद से टंकी को तोड़ कर सभी 6 लोगों को बाहर निकाला गया। इसके बाद सभी को एम्बुलेंस से देवघर सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। देवघर के उपायुक्त ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकारी प्रावधानों के तहत मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की बात की है।बिहार में ऐसी ही घटना में गई थी 4 की जानबता दें कि पिछले साल बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मधुबन गांव में इसी तरह का बड़ा हादसा हो गया था। यहां पर शौचालय की टंकी निर्माण के दौरान जहरीली गैसे के चलते चार मजदूरों का दम घुट गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। तब बताया गया था कि पहले टंकी में दो मजदूर उतरे थे लेकिन उनके वापस नहीं आने पर दो और अंदर गए और चारों की वहीं मौत हो गई। इसके बाद टंकी की एक दीवार तोड़ कर गैस को बाहर निकाला गया और एक अन्य मजदूर टंकी में उतरा गया, इसके बाद चारों के शवों को रस्सी से बांधकर बाहर निकाला गया था।
जानकारी के मुताबिक, मामला देवघर के देवीपुर (Devipur) का है। बताया जा रहा है कि एक निजी मकान में निर्माणाधीन टंकी के अंदर पहले एक मजदूर काम करने घुसा था। लेकिन कुछ ही देर में वह बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए काम करवा रहा ठेकेदार और उसके दो लड़के भी टंकी के अंदर गए लेकिन वो भी बेहोश हो कर टंकी के अंदर ही फंस गए। फिर, इन मूर्छित हुए लोगों को बचाने के लिए शौचालय का काम करा रहे दो भाई ब्रजेश बरनवाल और मिथलेश बरनवाल भी बारी- बारी से टंकी के अंदर उतर गए और देखते ही देखते सभी छह लोग टंकी के अंदर ही बेहोश होकर फंस गए।
JCB के सहारे 6 लोगों को बाहर निकाला गयाटॉयलेट टैंक में लोगों के फंसने के बाद आनन-फानन में JCB बुलवाई गई, जिसकी मदद से टंकी को तोड़ कर सभी 6 लोगों को बाहर निकाला गया। इसके बाद सभी को एम्बुलेंस से देवघर सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। देवघर के उपायुक्त ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकारी प्रावधानों के तहत मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की बात की है।बिहार में ऐसी ही घटना में गई थी 4 की जानबता दें कि पिछले साल बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मधुबन गांव में इसी तरह का बड़ा हादसा हो गया था। यहां पर शौचालय की टंकी निर्माण के दौरान जहरीली गैसे के चलते चार मजदूरों का दम घुट गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। तब बताया गया था कि पहले टंकी में दो मजदूर उतरे थे लेकिन उनके वापस नहीं आने पर दो और अंदर गए और चारों की वहीं मौत हो गई। इसके बाद टंकी की एक दीवार तोड़ कर गैस को बाहर निकाला गया और एक अन्य मजदूर टंकी में उतरा गया, इसके बाद चारों के शवों को रस्सी से बांधकर बाहर निकाला गया था।