मन की बात / 85 साल के बुजुर्ग कामेगौड़ा खोद चुके हैं 16 तालाब, PM मोदी ने की वाहवाही

Zoom News : Jun 28, 2020, 10:37 PM

'अकेला चना क्या भाड़ फोड़ सकता है?' ये मुहावरा अक्सर आप अपने बोलचाल की भाषा में प्रयोग करते होंगे. जिसका अर्थ यह है कि अकेला व्यक्ति कुछ कर सकता है या नहीं. लेकिन अगर अकेला व्यक्ति चाह ले तो बहुत कुछ कर सकता है. आज हम एक ऐसे ही अकेले व्यक्ति की कहानी आपके सामने लाए हैं. 85 साल के एक बुजुर्ग, जिनका नाम है कामेगौड़ा. कामेगौड़ा भले ही 85 साल के हैं लेकिन उनका हौसला काफी बुलंद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान कामेगौड़ा की खूब वाहवाही की. उनके जज्बे का सलाम भी किया.


इनके बारे में जितनी भी बात की जाए कम लेकिन आज हम आपको इनकी जिंदगी की ऐसी कहानी सामने लाने जा रहे हैं जिन्होंने पूरे देश में एक मिसाल कायम कर दिया. सिर्फ इतना ही नहीं, इनके जज़्बे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक मुरीद हो गए. और इसी का नतीजा है कि आज पीएम मोदी ने 'मन की बात' में कामेगौड़ा के जज़्बे को सलाम करते हुए उनकी बहुत ही तारीफ की साथ ही उनकी जिंदगी से लोगों को अवगत कराया.


85 साल के कामेगौड़ा कर्नाटक के मंडावली में रहते हैं. वह एक साधारण से किसान हैं, लेकिन उनका व्यक्तित्व बेहद असाधारण है. उनके द्वारा किये गए काम उन्हें दूसरों से अलग करती है. 85 साल के कामेगौड़ा इस उम्र में भी अपने जानवरों को घास चराने ले जाते हैं साथ- साथ उन्होंने अपने गांव में नये तलाब खोदने का बीड़ा उठाया है.  कामेगौड़ा से इस पूरे मामले पर जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके इलाके में पानी की काफी समस्या है इसलिए वह अपने क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर करने के लिए और जल संरक्षण करने के लिए छोटे- छोटे तलाब बनाने के काम में जुटे है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि अब तक कामेगौड़ा अपनी मेहनत से 16 तालाब खोद चुके हैं. .यह भी हो सकता है कि उन्होंने जो 16 तालाब बनाए हैं वह बहुत बड़े न हो लेकिन उनकी कोशिश काफी बड़ी है. आज पूरे इलाके में इतने सारे तालाबों की वजह से एक नया जीवन मिला है. गौरतलब है कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi)  ने 'रविवार को मन की बात' (Mann ki Baat) कार्यक्रम में लद्दाख में चीन के साथ तनाव, कोरोना संकट समेत तमाम विषयों पर अपनी बात रखी.

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