Zoom News : Apr 03, 2021, 08:51 AM
बांकुड़ा: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के दूसरे चरण में चार जिलों बांकुड़ा, दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर और पश्चिम मेदिनीपुर जिले की 30 सीटों पर 86.08% बम्पर वोटिंग हुई है. इसमें बहुचर्चित सीट नंदीग्राम (Nandigram) शामिल हैं, जिसे लेकर कल दिन भर बंगाल की राजनीति में घमासान मचा हुआ था. दूसरे चरण के मतदान के बाद टीएमसी लगातार चुनाव में धांधली की शिकायत कर रही हैं और राज्य की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मतदान के दौरान केंद्रीय वाहिनी की भूमिका को लेकर राज्यपाल को शिकायत की थी.चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गये आंकड़े के अनुसार सुबह सुबह 7 बजे से शाम 6:30 तक इन चार जिलों में 30 सीटों पर 86.11% वोटिंग हुई है. इसमें दक्षिण 24 परगना जिले में 86.74%, पूर्वी मेदिनीपुर में 87.42%, पश्चिम मेदिनीपुर में 83.84% और बांकुड़ा में 86.98% वोटिंग हुई है. नंदीग्राम में (Nandigram) 87.42% वोटिंग हुई है.बंगाल में पहले भी होती रही है बम्पर वोटिंगऐसा नहीं है कि बंगाल के विधानसभा चुनाव में पहली वार बम्पर वोटिंग हुई है. इससे पहले भी पहले चरण में 2011 और 2016 के विधानसभा चुनाव में भी वोटिंग का प्रतिशत क्रमश: 89.14 और 87.20 फीसदी था. साल 2011 में बंगाल में ऐतिहासिक परिवर्तन हुआ और 34 वर्षो से वाम शासन का अंत हो गया था. परंतु साल 2016 में करीब दो फीसद कम वोट पड़े थे लेकिन ममता बनर्जी दूसरी बार मुख्यमंत्री बनीं थी.वोटिंग को लेकर बीजेपी खेमे में उत्साहलेकिन साल 2016 और साल 2021 के चुनाव में काफी अंतर है. ऐसे में इस हाई वोटिंग के मायने भी बदल सकते हैं. भारी मतदान के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दावा किया था कि 60 में से 50 सीटें बीजेपी जीत रही है, तो दूसरी ओर,पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि भाजपा बंगाल में 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी. वोटिंग को लेकर बीजेपी खेमे में काफी उत्साह है. हालांकि ममता बनर्जी ने तंज कसते हुए कहा कि हमलोग जीत रहे हैं.टीएमसी लगा रही है धांधली का आरोपयह महत्वपूर्ण है कि दूसरे चरण के मतदान के दौरान विरोधी दलों ने धांधली का आरोप नहीं लगाया, लेकिन सत्तारूढ़ दल टीएमसी ने धांधली, पक्षपात और निष्पक्ष चुनाव नहीं होने का आरोप लगा दिया. चुनाव में धांधली के आरोप को लेकर टीएमसी का एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात भी की है और सीआरपीएफ की भूमिका पर सवाल उठाया है. नंदीग्राम में मतदान को लेकर खुद ममता बनर्जी ने जो आरोप लगाया इसके भी अर्थ तलाशे जा रहे हैं. हालांकि 2 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी.