Zoom News : Oct 06, 2020, 06:46 AM
Delhi: हरियाणा और पंजाब में स्टबल बर्निंग हर साल सर्दियों में दिल्ली-एनसीआर सहित बड़े क्षेत्र में वायु प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है। मौसम विभाग सहित डॉक्टरों को वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सलाह जारी करनी होगी। अब इस समस्या से निजात पाने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) ने एक ऐसा कैप्सूल बनाया है, जो जलते हुए डंठल की परेशानी को खत्म कर सकता है। साथ ही, इस कैप्सूल का उपयोग पराली को जैविक खाद (कम्पोस्ट) में बदल सकता है।
कैप्सूल बनाने में वैज्ञानिकों को लगे 15 साल, कीमत सिर्फ 5 रुपये IARI के अनुसार, इस कैप्सूल की कीमत सिर्फ 5 रुपये है। इसके द्वारा, यहां तक कि सबसे गरीब किसान भी इसे खरीद और उपयोग कर सकता है। यह कैप्सूल भूसे को जैविक खाद में बदलने का सबसे आसान और सस्ता तरीका है। एक एकड़ जमीन में भूसे को जैविक खाद में बदलने के लिए केवल 4 कैप्सूल की जरूरत होती है, यानी महज 20 रुपये में एक किसान कृषि भूमि (कृषि भूमि) में खड़े भूसे को आसानी से खाद में बदल सकता है।
कैप्सूल बनाने में वैज्ञानिकों को लगे 15 साल, कीमत सिर्फ 5 रुपये IARI के अनुसार, इस कैप्सूल की कीमत सिर्फ 5 रुपये है। इसके द्वारा, यहां तक कि सबसे गरीब किसान भी इसे खरीद और उपयोग कर सकता है। यह कैप्सूल भूसे को जैविक खाद में बदलने का सबसे आसान और सस्ता तरीका है। एक एकड़ जमीन में भूसे को जैविक खाद में बदलने के लिए केवल 4 कैप्सूल की जरूरत होती है, यानी महज 20 रुपये में एक किसान कृषि भूमि (कृषि भूमि) में खड़े भूसे को आसानी से खाद में बदल सकता है।