विशेष / एक ऐसा देश, जहां अकाल पड़ने पर इंसान ही खाने लगे थे इंसानों का मांस

यूक्रेन एक बहुत ही खूबसूरत और प्राचीन देश है, जो पूर्वी यूरोप में स्थित है। इसकी सीमाएं कई देशों से मिलती हैं, जैसे पूर्व में रूस, उत्तर में बेलारूस, पोलैंड और स्लोवाकिया, पश्चिम में हंगरी, दक्षिणपश्चिम में रोमानिया और माल्दोवा और दक्षिण में काला सागर और अजोव सागर। वैसे तो कीव इस देश की राजधानी है और यहां का सबसे बड़ा शहर भी, लेकिन यहां की सबसे खास बात ये है कि कीव को 'खूबसूरत महिलाओं का शहर' भी कहा जाता है।

AMAR UJALA : Apr 25, 2020, 03:49 PM
यूक्रेन एक बहुत ही खूबसूरत और प्राचीन देश है, जो पूर्वी यूरोप में स्थित है। इसकी सीमाएं कई देशों से मिलती हैं, जैसे पूर्व में रूस, उत्तर में बेलारूस, पोलैंड और स्लोवाकिया, पश्चिम में हंगरी, दक्षिणपश्चिम में रोमानिया और माल्दोवा और दक्षिण में काला सागर और अजोव सागर। वैसे तो कीव इस देश की राजधानी है और यहां का सबसे बड़ा शहर भी, लेकिन यहां की सबसे खास बात ये है कि कीव को 'खूबसूरत महिलाओं का शहर' भी कहा जाता है। यूक्रेन की और भी कई रोचक बातें हैं, जिनके बारे में जानकर आप भी हैरान हुए बिना नहीं रहेंगे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया का सबसे गहराई में बना रेलवे स्टेशन यूक्रेन में ही स्थित है, जिसे 'आर्सेनल्ना मेट्रो स्टेशन' के नाम से जाना जाता है। यह स्टेशन जमीन से 105.5 मीटर यानी 346 फीट की गहराई में स्थित है।

भले ही शराब को दुनियाभर के कई देशों में गलत माना जाता हो, लेकिन यहां के लोगों के लिए शराब पीना किसी परंपरा से कम नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में शराब के खपत के मामले में यूक्रेन छठे स्थान पर है। अगर आंकड़ों में देखें तो यहां प्रति व्यक्ति हर साल लगभग 14 लीटर की दर से शराब की खपत होती है। 

अधिकतर देशों में कपल शादी के वक्त बाएं हाथ में वेडिंग रिंग पहनाते हैं जबकि यूक्रेन में ऐसा नहीं है। यहां के लोग ठीक इसके उलट दाएं हाथ में वेडिंग रिंग पहनाते हैं। यह यहां की परंपरा में शुमार है। यूक्रेन के लोगों को संगीत से भी बहुत लगाव है। यहीं वजह है कि दुनिया का सबसे लंबा संगीत वाद्ययंत्र इसी देश में बनता है। यह लकड़ी से बनाए गए सींग के आकार का होता है, जिसे 'ट्रेंबिटा' कहा जाता है।

1932-33 में यूक्रेन (तब यूक्रेन सोवियत संघ का हिस्सा था) में भयंकर अकाल पड़ा था, जिसमें लाखों लोग मारे गए थे। कहते हैं कि अकाल के दौरान इतनी भूखमरी फैली थी कि इंसान ही इंसान का मांस खा जा रहे थे। तब लगभग 2500 लोगों को नरभक्षण के लिए गिरफ्तार किया गया था।