Zoom News : Apr 04, 2021, 04:44 PM
झारखंड में एक युवक के रिश्ते में मौसी लगने वाली युवती से भागकर शादी कर लेने का मामला सामने आया है। युवक की शादी की खबर पाकर गांव और घर के लोग जब विरोध में आ गए तब युवक ने एक शुभचिंतक के यहां रात गुजारी और अगले दिन किसी तरह छिपते-छिपाते थाने पहुंचा। युवक और युवती बालिग थे। पुलिस ने दोनों के परिवार को थाने बुलाकर किसी तरह समझा-बुझाकर शादी के लिए राजी कराया।
यह मामला झारखंड के चतरा जिले के सदर प्रखंड के रक्सी गांव का है। बताया जाता है कि रक्सी गांव के सोनू राणा का अपनी ही चचेरी मौसी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों करीब एक साल से रिश्ते में थे। शुक्रवार यानी 2 अप्रैल को सोनू ने रिश्ते में मौसी लगने वाली अपनी प्रेमिका से भागकर हेरुआ नदी स्थित शिव मंदिर में शादी रचा ली। इस शादी के बाद बेटा अपने ही पिता का साढ़ू बन गया। लड़के की मां की जो लड़की बहन हुआ करती थी, वह बहू बन गई।इस शादी की खबर जैसे ही युवक और युवती के घर और गांव के लोगों को मिली, लोग विरोध में उतर आए। विरोध के बाद वहां से किसी तरह भागकर दोनों किसी शुभचिंतक के यहां जा छिपे। किसी तरह रात बिताने के बाद अगले दिन दोनों सदर थाने पहुंचे और पूरी बात बताई। सोनू राणा और उससे शादी करने वाली युवती, दोनों बालिग थे ऐसे में पुलिस ने दोनों के परिजनों को बुलवाया।दोनों के परिजनों को थाने बुलाकर पुलिस ने समझाया लेकिन कोई भी रिश्तों को तार-तार करने वाली इस शादी को जायज मानने को तैयार नहीं था। दोनों प्रेमी साथ रहने पर अड़े रहे। ऐसे में दोनों के बालिग होने के कारण बहुत समझा-बुझाकर पुलिस ने परिजनों को राजी करा शादी करा दी। दोनों पक्षों की उपस्थिति में एक बॉन्ड भरवाकर उनके सुखमय जीवन का आशीर्वाद देकर घर भेज दिया।शादी के बाद जब बेटे और बहू घर पहुंचे तब दूल्हे के घर रोना-धोना शुरू हो गया। लड़के की मां अपनी ही चचेरी बहन को बहू के रूप में पाकर दहाड़ें मारकर रोने लगी। ग्रामीणों ने किसी तरह लड़के और लड़की, दोनों के माता-पिता को समझा-बुझाकर चुप कराया। हैदराबाद में प्राइवेट जॉब करने वाले सोनू का कहना है कि वह जहां रहेगा, सोनी को वहीं साथ रखेगा।
यह मामला झारखंड के चतरा जिले के सदर प्रखंड के रक्सी गांव का है। बताया जाता है कि रक्सी गांव के सोनू राणा का अपनी ही चचेरी मौसी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों करीब एक साल से रिश्ते में थे। शुक्रवार यानी 2 अप्रैल को सोनू ने रिश्ते में मौसी लगने वाली अपनी प्रेमिका से भागकर हेरुआ नदी स्थित शिव मंदिर में शादी रचा ली। इस शादी के बाद बेटा अपने ही पिता का साढ़ू बन गया। लड़के की मां की जो लड़की बहन हुआ करती थी, वह बहू बन गई।इस शादी की खबर जैसे ही युवक और युवती के घर और गांव के लोगों को मिली, लोग विरोध में उतर आए। विरोध के बाद वहां से किसी तरह भागकर दोनों किसी शुभचिंतक के यहां जा छिपे। किसी तरह रात बिताने के बाद अगले दिन दोनों सदर थाने पहुंचे और पूरी बात बताई। सोनू राणा और उससे शादी करने वाली युवती, दोनों बालिग थे ऐसे में पुलिस ने दोनों के परिजनों को बुलवाया।दोनों के परिजनों को थाने बुलाकर पुलिस ने समझाया लेकिन कोई भी रिश्तों को तार-तार करने वाली इस शादी को जायज मानने को तैयार नहीं था। दोनों प्रेमी साथ रहने पर अड़े रहे। ऐसे में दोनों के बालिग होने के कारण बहुत समझा-बुझाकर पुलिस ने परिजनों को राजी करा शादी करा दी। दोनों पक्षों की उपस्थिति में एक बॉन्ड भरवाकर उनके सुखमय जीवन का आशीर्वाद देकर घर भेज दिया।शादी के बाद जब बेटे और बहू घर पहुंचे तब दूल्हे के घर रोना-धोना शुरू हो गया। लड़के की मां अपनी ही चचेरी बहन को बहू के रूप में पाकर दहाड़ें मारकर रोने लगी। ग्रामीणों ने किसी तरह लड़के और लड़की, दोनों के माता-पिता को समझा-बुझाकर चुप कराया। हैदराबाद में प्राइवेट जॉब करने वाले सोनू का कहना है कि वह जहां रहेगा, सोनी को वहीं साथ रखेगा।