संक्रमण की चेन / यहां कर्फ्यू के बाद अब लगा महाकर्फ्यू, 97 पॉजिटिव एक किलोमीटर दायरे में

राजधानी जयपुर में बुधवार दोपहर तक संक्रमण के 111 केस सामने आ चुके हैं। इसमें 97 पॉजिटिव यहां के रामगंज इलाके के हैं। रामगंज इलाका जयपुर में कोरोना का एपिसेंटर बना हुआ है। रामगंज और उससे सटे हुए इलाकों में 15 दिनों से कर्फ्यू लगा था। लेकिन, यहां अब खतरा कम्युनिटी संक्रमण की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है। ऐसे में कर्फ्यू की जगह मंगलवार से यहां महाकर्फ्यू लगा दिया है।

Dainik Bhaskar : Apr 08, 2020, 03:39 PM
जयपुर | राजधानी जयपुर में बुधवार दोपहर तक संक्रमण के 111 केस सामने आ चुके हैं। इसमें 97 पॉजिटिव यहां के रामगंज इलाके के हैं।  रामगंज इलाका जयपुर में कोरोना का एपिसेंटर बना हुआ है। रामगंज और उससे सटे हुए इलाकों में 15 दिनों से कर्फ्यू लगा था। लेकिन, यहां अब खतरा कम्युनिटी संक्रमण की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है। ऐसे में कर्फ्यू की जगह मंगलवार से यहां महाकर्फ्यू लगा दिया है। यानी संक्रमण का ट्रांसमिशन रोकने के लिए और ज्यादा सख्ती की जाएगी। जयपुर में संक्रमण के आंकड़ों को देखें तो यहां कुल 111 केस हैं। इसमें दो इटली के नागरिक हैं। बाकी शहर में सात लोग संक्रमित मिले हैं, उन सभी की विदेश की ट्रैवल हिस्ट्री है। 97 रामगंज के और पांच इससे सटे हुए इलाकों के हैं जैसे घाट गेट, भट्टा बस्ती और आदर्श नगर हैं। 

पहले ओमान से आया संक्रमित और फिर जमाती

रामगंज में संक्रमण का पहला मामला ओमान से आया व्यक्ति मिला था। स्वास्थ्य विभाग ने उसकी जांच की थी, उसमें लक्षण नजर नहीं आए थे। इसके बाद उसे घर में  क्वारैन्टाइन रहने के लिए कहा गया था। लेकिन वह माना नहीं। बाहर निकालता रहा और संक्रमण फैलाता रहा। अब तक यहां 90 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं वह उसी व्यक्ति से संक्रमित माने जा रहे हैं। इनमें उसके परिवार वाले, रिश्तेदार, मुहल्ले वाले और मिलने-जुलने वाले हैं। बाकी कुछ जमाती हैं और उनसे संक्रमित हुए लोग हैं। प्रशासन को चिंता इस बात की है कि इन लोगों ने आगे किन-किन को संक्रमित किया होगा। इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। इस इलाके में करीब 2.6 लाख लोग रहते हैं।

पहले मामला सामने आने के बाद लगा था कर्फ्यू 

  • जयपुर में सबसे पहले 25 मार्च को रामगंज थाना क्षेत्र में ओमान से आए युवक के पॉजिटिव मिलने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था।
  • इसके बाद आकड़े बढ़ने के बद 27 मार्च को परकोटे के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। साथ ही परकोटे में एंट्री बंद कर दी गई।
  • 6 अप्रैल को परकोटे के साथ-साथ आसपास के तीन क्षेत्रों में भी कर्फ्यू लगा दिया गया। इसमें आदर्शनगर, लालकोठी और भट्टा बस्ती शामिल थे।
  • 7 अप्रैल को परकोटे में महाकर्फ्यू लगा दिया गया। जिसके बाद यहां जारी कई पास कैंसिल कर दिए गए। सिर्फ अति आवश्यक सुविधाएं ही चालू रहेंगी।
सभी सरकारी व निजी दफ्तरों में रामगंज के कर्मचारियों की एंट्री रोकी

रामगंज को लेकर पूरे शहर में दशहत है। राज्य सरकार ने रामगंज क्षेत्र में रहने वाले सभी सरकारी अफसरों-कर्मचारियों के अलावा निजी, स्वायत व अन्य उपक्रमों में काम करने वाले कर्मचारियों को अगले 14 दिन या आगामी आदेश तक घर पर ही रहने के आदेश दिए हैं। हालांकि सरकार का यह आदेश तब आया है जब जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज की कैंटीन में रामगंज का युवक कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है और अब पूरा अस्पताल संक्रमण की जद में है।  

250 टीमों ने की दस हजार परिवारों की स्क्रीनिंग

रामगंज सहित पूरे क्षेत्र में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए 100 अतिरिक्त मेडिकल टीमों ने रविवार से घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की। यह टीम यहां रहने वाले करीब 10 हजार से अधिक परिवारों की स्क्रीनिंग करेगी।

कोरोना को हराने के लिए 1450 फुली डेडिकेटेड बेड

कोरोना संकट से निपटने के लिए जयपुर में 1450 फुली डेडिकेटेड बेड बनाए गए हैं। इसमें एसएमएस अस्पताल में 950 और आरयूएचएस हॉस्पिटल में 500 बेड निर्धारित हैं। वहीं प्रदेशभर के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 10,578 बेड तैयार किए गए हैं।

निर्भया स्कवायड की 40 टीमें तैनात

निर्भया स्कवायर्ड की 40 टीमें कर्फ्यू क्षेत्र में रोजाना 12 घंटे लगातार अलग-अलग थाना इलाके में फ्लैग मार्च करके लोगों को घरों के लिए अपील कर रही है। इसके अलावा कुछ टीमें शहर में वृद्वा आश्रम जाकर बुजुर्गों से कुशलक्षेम पूछ रही है। उनको किसी जरूरी चीज की जरूरत हो तो तुरंत व्यवस्था करवा रहे हैं।