देश / कैंसर रोग का गढ़ है आइजोल जिला, हर पांच में से एक महिला पीड़ित

AMAR UJALA : Aug 21, 2020, 09:10 AM
देश में 2012 से 2016 के बीच पुरुषों में कैंसर की उम्र समायोजित विस्तार दर मिजोरम के आइजोल जिले में सबसे अधिक रही। राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम (एनसीआरपी) 2012-2016 की रिपोर्ट के मुताबिक आइजोल में प्रति एक लाख आबादी में 269.4 की दर से पुरुषों में कैंसर के सर्वाधिक मामले सामने आए।

महिलाओं की बात करें तो, अरुणाचल प्रदेश के पपुमपारे जिले में प्रति लाख जनसंख्या में 219.8 की दर से महिलाओं में कैंसर के सर्वाधिक मामले सामने आए, जबकि 214.1 कैंसर के मामलों के साथ आइजोल महिलाओं में कैंसर के मामले दूसरे नंबर पर है।

आइजोल के बाद मेघालय के पूर्वी खासी हिल जिले में प्रति लाख पर 227.9 और असम के कामरूप (महानगर) में 213 पुरुषों में कैंसर के मामले सामने आए। कैंसर विस्तार दर (कैंसर इंसिडेंस रेट) प्रति एक लाख पर कैंसर के नए मामलों की संख्या होती है जबकि कैंसर की आयु समायोजित विस्तार दर (एज एडजस्टेड कैंसर इंसिडेंस रेट) विभिन्न आयु वर्ग में कैंसर के नए मामलों का आयु समायोजित औसत है।


फेफड़े और पेट का कैंसर सर्वाधिक

अध्ययन के अनुसार, गैर एशियाई देशों के मुकाबले एशिया में आइजोल में महिलाओं में फेफड़े के कैंसर की सर्वाधिक दर है और पुरुषों में पेट का कैंसर सबसे ज्यादा है। मिजोरम में 2012-16 के दौरान कैंसर के 8059 मामले सामने आए।

इनमें से 3736 महिलाएं थी। इनमें से सर्वाधिक 4080 कैंसर के मामले आइजोल में पाए गए। राज्य में 0-74 आयु वर्ग के हर पांच में से एक व्यक्ति में कैंसर होने का खतरा रहता है। आइजोल में हर चार में से एक पुरुष और हर पांच में से एक महिला को कैंसर होने का जोखिम रहता है।


तंबाकू का ज्यादा सेवन जिम्मेदार

तंबाकू के सेवन से संबधित कैंसर के मामले भी पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे ज्यादा हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान (एनएचएम) के निदेशक डॉ एरिक जोमाविया ने कहा, मिजोरम में कैंसर के सर्वाधिक मामले के पीछे तंबाकू का अधिक प्रयोग और अव्यवस्थित जीवनशैली जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आइजोल में 500 करोड़ की लागत से कैंसर का एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल स्थापित करेगी।



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