जयपुर / कमजोर 'हाथ' को 'हाथी' ने दिया सहारा, राजस्थान में बसपा के छह विधायकों ने एक बार फिर पाला बदला

Zoom News : Sep 17, 2019, 09:48 AM
बहुजन समाज पार्टी के सभी छह विधायकों ने सोमवार रात अपनी पार्टी का राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में विलय करने के लिये एक पत्र राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा। पत्र में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायकों ने कहा है कि वे अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर रहे है।

विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने पीटीआई—भाषा को बताया कि 'बसपा विधायकों ने उनसे मुलाकात की और विलय के बारे में एक पत्र उन्हें सौंपा।' बसपा के छह विधायकों में राजेंद्र सिंह गुढ़ा, जोगेंद्र सिंह अवाना, वाजिब अली, लखन सिंह मीणा, संदीप यादव और दीपचंद शामिल हैं। बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय से प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार और अधिक मजबूत और स्थिर हो जाएगी।

कांग्रेस के एक नेता ने कहा, बसपा के सभी छह विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगातार संपर्क में थे और आज वे कांग्रेस के पाले में आ गए ।

प्रदेश की 200 सीटों वाली विधानसभा में अभी कांग्रेस के 100 विधायक हैं और उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास एक विधायक है ।

सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को 13 निर्दलीय विधायकों में से 12 का बाहर से समर्थन प्राप्त है जबकि दो सीटें खाली हैं।

राज्य में 2009 में भी अशोक गहलोत के पहले कार्यकाल के दौरान, बसपा के सभी छह विधायकों ने कांग्रेस का दामन थामा था और तत्कालीन कांग्रेस सरकार को स्थिर बनाया था। उस समय सरकार स्पष्ट बहुमत से पांच कम थी।


गुढ़ा ने कहा था ज्यादा पैसे देने वाले को मिलता है टिकट

कुछ दिनों पूर्व जयपुर विधानसभा में आयोजित एक कार्यक्रम में बसपा के विधायक राजेन्द्रसिंह गुढ़ा ने कहा था के हमारी पार्टी पैसे लेकर टिकट तय करती है। कोई ज्यादा पैसे दे देता है तो उसे टिकट मिल जाता है। गुढ़ा दो बार बसपा के टिकट पर विधायक बने हैं और दोनों बार पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा। पिछली बार ये गृह रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री के पद पर रहे हैं। 

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