Share Market News: सोमवार को बजट के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में ही जोरदार गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका द्वारा चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ बढ़ाने के ऐलान के बाद वैश्विक बाजारों में कमजोरी देखी गई, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 700 अंक टूटकर 76,827.95 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 207.90 अंक गिरकर 23,274.25 पर आ गया।
बाजार में गिरावट का असर
बाजार खुलते ही प्रमुख सूचकांकों में गिरावट और तेज हो गई। बैंकिंग, आईटी और ऑटो सेक्टर के शेयरों में दबाव दिखा, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स ने बजट वाले दिन की क्लोजिंग 77,505.96 के मुकाबले गिरकर 77,063.94 पर शुरुआत की और कुछ ही मिनटों में यह 700 अंक तक लुढ़क गया। इसी तरह, निफ्टी भी पिछले क्लोजिंग 23,482.15 से टूटकर 23,319 के स्तर पर खुला।
निवेशकों को भारी नुकसान
शेयर बाजार में इस गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण पिछले कारोबारी सत्र के 424 लाख करोड़ रुपये से घटकर 419 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस प्रकार, निवेशकों को महज 5 मिनट के भीतर लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
वैश्विक बाजारों में कमजोरी
अमेरिकी बाजारों में भी गिरावट का दौर जारी है। अमेरिका के डाउ फ्यूचर्स 550 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि Dow Jones में 337 अंक, S&P 500 में 30.64 अंक और Nasdaq में 54 अंक की गिरावट दर्ज की गई। टैरिफ वृद्धि के चलते वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है, जिससे भारतीय निवेशकों की धारणा भी प्रभावित हुई है।
आगे की संभावनाएं
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को धैर्य बनाए रखना चाहिए और वैश्विक घटनाक्रमों पर नजर रखनी चाहिए। रिजर्व बैंक की आगामी मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक से बाजार को राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। यदि ब्याज दरों में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होता है, तो यह बाजार की दिशा निर्धारित करने में अहम भूमिका निभा सकता है।