Covid Vaccine / अमेरिका के सबसे बड़े एक्‍सपर्ट ने कहा, इसी साल मिलेगी कोरोना वैक्‍सीन

NavBharat Times : Aug 01, 2020, 10:49 AM
USA: कोरोना वायरस की पोटेंशियल वैक्‍सीन को हासिल करने के लिए भी देशों के बीच रेस चल रही है। अमेरिका ने जहां लगभग हर प्रमुख वैक्‍सीन की डोज सिक्‍योर कर ली है तो बाकी अमीर देश भी इसी कोशिश में लगे हैं। यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा, इजरायल ने कई दवा कंपनियों से वैक्‍सीन की डोज का सौदा किया है। हाल ही में जापान ने Pfizer Inc और BioNTech SE से उनकी वैक्‍सीन की सप्‍लाई की डील की है। दोनों कंपनियों को उम्‍मीद है कि उनकी वैक्‍सीन अक्‍टूबर तक रेगुलेटरी अप्रूवल के लिए चली जाएगी।

2020 के आखिर तक मिल जाएगी वैक्‍सीन : फाउची

अमेरिका के टॉप महामारी एक्‍सपर्ट एंथनी फाउची के मुताबिक, 2020 के आखिर तक एक सेफ और प्रभावी कोविड-19 वैक्‍सीन 'हकीकत' बन जाएगी। उन्‍होंने कहा, "मुझे नहीं लगता यह सपना देखना है। मैं मानता हूं कि यह सच है और यह सच ही साबित होगा।" अमेरिका ने 'ऑपरेशन वार्प स्‍पीड' नाम से एक प्रोग्राम शुरू किया है जिसका मेन काम वैक्‍सीन बनाने और उसे हासिल करना है।


Covaxin का अब 8 जगहों पर ट्रायल

देश की पहले कोरोना वायरस वैक्‍सीन Covaxin का ट्रायल उत्‍तर प्रदेश में भी शुरू हो गया है। कानपुर के राणा हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में कुल नौ वॉलंटियर्स को वैक्‍सीन दी गई, उनकी हालत ठीक बताई जा रही है। कोवैक्सिन के ट्रायल के लिए लोगों में खासा उत्‍साह देखा जा रहा है और वे वॉलंटियर बनने के लिए भारी संख्‍या में रजिस्‍ट्रेशन करा रहे हैं। यह वैक्‍सीन भारत बायोटेक इंटरनैशनल लिमिटेड और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-नैशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी ने मिलकर बनाई है।


मॉडर्ना हर साल 500 मिलियन डोल सप्‍लाई करने की तैयारी में

अमेरिकन कंपनी Moderna Therapeutics ने जो mRNA-1273 वैक्‍सीन बनाई है, उसका 30 हजार लोगों पर ट्रायल चल रहा है। शुरुआती फाइंडिंग्‍स में यह वैक्‍सीन ऐंटीबॉडीज डेवलप करने और टी-कोशिकाओं से रिएक्‍शन लेने में कामयाम रही है। मॉडर्ना का कहना है कि वह 2021 की शुरुआत से हर साल वैक्‍सीन की 500 मिलियन डोज डिलिवर करने की तैयारी में है। उसने मैनुफैक्‍चरिंग के लिए स्विस कंपनी लोन्‍जा से डील की है।


दिसंबर तक वैक्‍सीन लॉन्‍च कर देंगे Pfize-BioNTech

अमेरिका की Pfizer और जर्मनी की BioNTech ने मिलकर जो mRNA वैक्‍सीन बनाई है, उसके ग्राहकों की कमी नहीं। 27 जुलाई से इस वैक्‍सीन का कम्‍बाइंड फेज 2-3 ट्रायल शुरू हो चुका है। अमेरिका, ब्राजील, अर्जेंटीना और जर्मनी में 30 हजार लोगों पर ट्रायल चल रहा है। कंपनी अक्‍टूबर तक रेगुलेटरी अप्रूवल लेने की तैयारी में है ताकि दिसंबर तक वैक्‍सीन लॉन्‍च करने का टारगेट पूरा हो सके। कंपनी 2021 के आखिर तक 1.3 बिलियन डोज सप्‍लाई करने की उम्‍मीद लगाए है।


ऑक्‍सफर्ड यूनिवर्सिटी से सबको उम्‍मीदें

टेस्टिंग से लेकर ट्रायल में आगे रही ऑक्‍सफर्ड यूनिवर्सिटी और AstraZeneca की वैक्‍सीन ChAdOx1 nCoV-19 के नतीजे अच्‍छे रहे हैं। सिरदर्द, थकान जैसे कुछ साइड इफेक्‍ट्स रहे मगर बाकी सब ठीक रहा। फिलहाल ब्राजील, ब्रिटेन, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका में 50 हजार वॉलंटियर्स पर वैक्‍सीन का फेज 3 ट्रायल चल रहा है।


चीन की 2 वैक्‍सीन फेज 3 में

चीन की Sinopharm और Sinovac ने जो वैक्‍सीन बनाई हैं, वे फेज 3 ट्रायल से गुजर रही हैं। दोनों वैक्‍सीन के निर्माताओं ने शुरुआती ट्रायल में वैक्‍सीन के असरदार होने का दावा किया था। Sinopharm का ट्रायल यूएई में हो रहा है जहां करीब 200 अलग-अलग देशों के लोग रहते हैं यानी टेस्टिंग के लिए वह बहुत अच्‍छी जगह है।

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