AMAR UJALA : May 22, 2020, 12:06 PM
दिल्ली: अमेरिकी वैक्सीन एजेंसी के एक निवेश से दवा निर्माता एस्ट्राजेनेका ने बृहस्पतिवार को कोविड-19 वैक्सीन की 400 मिलियन खुराक के लिए अपना पहला समझौता किया। एंग्लो-स्वीडिश कंपनी के अनुसार उसने वैक्सीन का विकास, उत्पादन और वितरण करने के लिए यूएस बायोमेडिकल एडवांस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी से एक अरब रुपये से अधिक की राशि प्राप्त की है।
एस्ट्राजेनेका के मुख्य कार्यकारी पास्कल सोरियोट ने कहा कि इस निवेश से वैक्सीन के विकास और उत्पादन में तेजी आएगी। यह ब्रिटिश सरकार के साथ पहले ही शुरू हो गया था। उन्होंने कहा कि हम इस टीके को जल्दी और व्यापक रूप से उपलब्ध कराने के लिए अपनी पूरी ताकत से काम करेंगे। कोरोना की वैक्सीन बनाने में आईआईटी भी जुटाआईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक भी कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुट गए हैं। हालांकि अभी यह प्राथमिक चरण में है। आईआईटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्द ही जानवरों पर इसका ट्रायल शुरू होगा। संस्थान के प्रो. दिब्येंदु दास, प्रो. अप्पू सिंह और प्रो. सर्वदानंद और उनकी टीम बीते डेढ़ माह से कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटी है।संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि यह टीम अभी बेहद शुरुआती दौर में है। उन्होंने बताया कि टीम अभी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कोरोना वायरस को मानवीय कोशिकाओं में प्रवेश करने से कैसे रोका जाए
एस्ट्राजेनेका के मुख्य कार्यकारी पास्कल सोरियोट ने कहा कि इस निवेश से वैक्सीन के विकास और उत्पादन में तेजी आएगी। यह ब्रिटिश सरकार के साथ पहले ही शुरू हो गया था। उन्होंने कहा कि हम इस टीके को जल्दी और व्यापक रूप से उपलब्ध कराने के लिए अपनी पूरी ताकत से काम करेंगे। कोरोना की वैक्सीन बनाने में आईआईटी भी जुटाआईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक भी कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुट गए हैं। हालांकि अभी यह प्राथमिक चरण में है। आईआईटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्द ही जानवरों पर इसका ट्रायल शुरू होगा। संस्थान के प्रो. दिब्येंदु दास, प्रो. अप्पू सिंह और प्रो. सर्वदानंद और उनकी टीम बीते डेढ़ माह से कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटी है।संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि यह टीम अभी बेहद शुरुआती दौर में है। उन्होंने बताया कि टीम अभी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कोरोना वायरस को मानवीय कोशिकाओं में प्रवेश करने से कैसे रोका जाए