देश / अयोध्या: 10 जून से भगवान शिव के रुद्राभिषेक के साथ शुरू होगा राम मंदिर निर्माण

News18 : Jun 07, 2020, 08:28 AM
अयोध्या। लंका विजय से पहले जैसे श्री राम ने भगवान शिव (Lord Shiva) की आराधना की थी, उसी तरह रामचंद्र रूम परिसर में भगवान राम के भव्य मंदिर (Ram Temple) निर्माण से पहले महादेव की आराधना की जाएगी। राम जन्मभूमि परिसर के कुबेर टीला पर विराजमान शशांक शेखर के मंदिर में 10 जून से अनुष्ठान शुरू होगा और इसी के बाद राम मंदिर के ढांचे पर काम शुरू होगा। सूत्रों के हवाले से खबर है कि 10 जून को मंदिर निर्माण के लिए फाउंडेशन बनाने वाली कंपनी L&T काम की शुरुआत करेगी।

परिसर में मंदिर निर्माण को लेकर तैयारी पूरी की जा चुकी है। परिसर में चल रहे समतलीकरण के बाद फाउंडेशन बनाए जाने की तैयारी को लेकर L&T कंपनी के अधिकारियों ने परिसर में डेरा डाल दिया है। मंदिर निर्माण की प्रक्रिया के लिए परिसर में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन परिसर में स्थित प्राचीन कुबेर टीला पर होगा, जहां भगवान शिव विराजमान है। 10 जून को महंत कमल नयन दास अन्य संतों के साथ पूजन को आरंभ करेंगे जो कि सुबह 8:00 बजे से शुरू होगा। यह पूजन 2 घंटे तक किया जाएगा, जिसके बाद मंदिर निर्माण कार्य शुरू होगा।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास के मुताबिक भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त से पहले भगवान रामेश्वर की स्थापना कर उनका अभिषेक किया था। इसलिए मंदिर निर्माण से पहले भगवान शशांक शेखर का पूजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण की तैयारी की जा चुकी है। तराशे गए पत्थरों से ही मंदिर का निर्माण किया जाना है। पहले रामजन्मभूमि में स्थित कुबेर टीला पर भगवान शशांक शेखर की आराधना की जाएगी। उसके बाद कार्य को प्रारंभ किया जाएगा।

10 जून को सुबह 8 बजे से भगवान शिव का अभिषेक

श्री राम जन्म भूमि तीर्थ से ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि 10 जून को शशांक शेखर भगवान का पूजन शुरू होगा। उसके बाद मंदिर निर्माण शुरू करने की बात है। हर कार्य के प्रारंभ में रुद्राभिषेक आवश्यक होता है। सारी तैयारी पूरी है। इसमें कोई देर नहीं है। महामारी खत्म होते ही बड़े जोरों से कार्य होगा।

रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह विचार रखा गया है कि भगवान शिव की पूजा करने के बाद मंदिर का निर्माण शुरू हो। वैसे मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है फिर भी उनकी जो आराधना है वह बहुत अच्छा और सुयोग्य है। वैसे 25 मार्च से जब से श्री राम लला अस्थाई मंदिर में स्थापित हुए हैं, तब से जहां पर श्री राम लला विराजमान थे, वहां पर निरंतर पूजा होती चली आई है। 10 जून से कमल नयन दास जी शिव का अभिषेक करेंगे, उसके लिए उनको धन्यवाद है। मैं समझता हूं कि अयोध्या के जो भी गणमान्य संत हैं वह इसी प्रकार से अनुष्ठान करें, जिससे किसी प्रकार की बाधा भगवान राम लला के भव्य दिव्य मंदिर निर्माण में न आए।


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