AajTak : Apr 15, 2020, 04:48 PM
कोरोना वायरस इंसानों में कैसे फैला, इसे लेकर अभी तक तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हो सकी है। अमेरिका समेत कई विश्लेषकों ने संदेह जाहिर किया है कि इसकी उत्पत्ति चीन की लैब से हुई है तो कुछ लोगों का कहना है कि ये चीन के वुहान पशु बाजार से फैला। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर चमगादड़ और पैंगोलिन शक के घेरे में आ चुके हैं। अब एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि यह महामारी इंसान के सबसे वफादार जानवर कुत्तों से ही फैली है। ये दावा वैज्ञानिकों ने बॉम्बशेल स्टडी में किया है।
कनाडा के नए शोध से पता चलता है कि चीन में आवारा कुत्तों ने चमगादड़ का फेंका हुआ मांस खाया जिससे उनमें कोरोना वायरस हुआ और फिर कुत्तों से ये वायरस इंसानों में फैल गया। विशेषज्ञ दिसंबर 2019 से ही इंसानों और चमगादड़ के बीच वाहक का काम करने वाले जानवरों के बारे में पता करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।कनाडा की ओटावा यूनिवर्सिटी की एक टीम ने अब दावा किया है कि इंसानों तक वायरस फैलाने के जिम्मेदार आवारा कुत्ते हो सकते हैं। स्टडी के प्रमुख लेखक प्रोफेसर जुहुआ जिया का कहना है, 'कोरोना वायरस पहले चमगादड़ का मांस खाने से आवारा कुत्तों में फैला।'उन्होंने कहा कि Covid-19 इस समय पूरे विश्व के लिए खतरा बना हुआ है। प्रोफेसर जिया ने कहा, 'हमारे निरीक्षण से इस वायरस के पैदा होने और फैलने को लेकर एक नई अवधारणा सामने आई है। 'Covid-19 या इस तरह के कई अन्य वायरस जैसे इबोला, रेबीज और सार्स पहले भी चमगादड़ों से ही फैलते रहे हैं। कोरोना वायरस को लेकर प्रोफेसर जिया ने कहा, 'ऐसा लगता है कि इसने सबसे पहले कुत्तों की आंत को संक्रमित किया होगा जिससे यह उनमें तेजी से फैला हो और बाद में इससे मनुष्य भी संक्रमित हो गए हों।इससे पहले एक स्टडी में इस बात की आशंका जाहिर की गई थी कि हो सकता है कि कोरोना पैंगोलिन जानवर से इंसानों में फैला हो। 26 मार्च को जर्नल नेचर में प्रकाशित हुए एक शोध में इस बात की पुष्टि हुई थी कि Covid-19 से मिलता-जुलता कोरोना वायरस पैंगोलिन जानवर में मौजूद है। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कह चुका है कि चमगादड़ों के कोरोना वायरस SARS-CoV के वाहक होने की सबसे ज्यादा संभावना है लेकिन इंसानों में आने से पहले ये किसी अन्य प्रजाति में पहुंचा होगा। यानी कोरोना वायरस चमगादड़ से पहले किसी जानवर में पहुंचा होगा और उस जानवर से इंसानों में।
कनाडा के नए शोध से पता चलता है कि चीन में आवारा कुत्तों ने चमगादड़ का फेंका हुआ मांस खाया जिससे उनमें कोरोना वायरस हुआ और फिर कुत्तों से ये वायरस इंसानों में फैल गया। विशेषज्ञ दिसंबर 2019 से ही इंसानों और चमगादड़ के बीच वाहक का काम करने वाले जानवरों के बारे में पता करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।कनाडा की ओटावा यूनिवर्सिटी की एक टीम ने अब दावा किया है कि इंसानों तक वायरस फैलाने के जिम्मेदार आवारा कुत्ते हो सकते हैं। स्टडी के प्रमुख लेखक प्रोफेसर जुहुआ जिया का कहना है, 'कोरोना वायरस पहले चमगादड़ का मांस खाने से आवारा कुत्तों में फैला।'उन्होंने कहा कि Covid-19 इस समय पूरे विश्व के लिए खतरा बना हुआ है। प्रोफेसर जिया ने कहा, 'हमारे निरीक्षण से इस वायरस के पैदा होने और फैलने को लेकर एक नई अवधारणा सामने आई है। 'Covid-19 या इस तरह के कई अन्य वायरस जैसे इबोला, रेबीज और सार्स पहले भी चमगादड़ों से ही फैलते रहे हैं। कोरोना वायरस को लेकर प्रोफेसर जिया ने कहा, 'ऐसा लगता है कि इसने सबसे पहले कुत्तों की आंत को संक्रमित किया होगा जिससे यह उनमें तेजी से फैला हो और बाद में इससे मनुष्य भी संक्रमित हो गए हों।इससे पहले एक स्टडी में इस बात की आशंका जाहिर की गई थी कि हो सकता है कि कोरोना पैंगोलिन जानवर से इंसानों में फैला हो। 26 मार्च को जर्नल नेचर में प्रकाशित हुए एक शोध में इस बात की पुष्टि हुई थी कि Covid-19 से मिलता-जुलता कोरोना वायरस पैंगोलिन जानवर में मौजूद है। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कह चुका है कि चमगादड़ों के कोरोना वायरस SARS-CoV के वाहक होने की सबसे ज्यादा संभावना है लेकिन इंसानों में आने से पहले ये किसी अन्य प्रजाति में पहुंचा होगा। यानी कोरोना वायरस चमगादड़ से पहले किसी जानवर में पहुंचा होगा और उस जानवर से इंसानों में।