News18 : Apr 27, 2020, 08:57 AM
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बयानों से जारी विवादों और लॉकडाउन खोलने की तैयारी के बीच अमेरिका (US) के लिए रविवार बढ़िया दिन साबित हुआ। रविवार को न सिर्फ कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के नए मामलों में कमी दर्ज की गयी बल्कि मौतों में भी 45% तक की गिरावट देखी गयी। बीते 24 घंटों में अमेरिका में संक्रमण (Covid-19) से 1157 मौतें दर्ज की गयी हैं जबकि करीब 20 दिनों से औसत 2000 के आस-पास बना हुआ था। संक्रमण से हुईं कुल मौतों का आंकड़ा अब 55,000 से ज्यादा हो गया है। अमेरिका में संक्रमितों की कुल अंख्या अब 10 लाख पहुंचने वाली है, रविवार को भी यहां संक्रमण के 26,509 नए केस सामने आए।अमेरिका में अभी भी 8,12,00 से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज जारी है जबकि इनमें से 15,000 से ज्यादा की हालत गंभीर बनी हुई है। अच्छी खबर ये है कि करीब 1,18,000 से ज्यादा संक्रमित ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस के विषय पर हो रही उनकी नियमित प्रेस वार्ता उनके 'समय और प्रयास' की बर्बादी है, क्योंकि पारंपरिक मीडिया उनसे सिर्फ 'प्रतिकूल' सवाल करती है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ दिन पहले पराबैंगनी किरणों या सूई से रोगाणुनाशक देकर कोविड-19 मरीजों के इलाज की संभावना की सलाह पर उन्हें तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।विवादों के बाद बंद कर दी है डेली ब्रीफिंगबता दें कि ट्रंप को अपन अजीबो-गरीब सुझाव के लिए बृहस्पतिवार को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, जहां स्वास्थ्य विशेषज्ञों को लोगों से राष्ट्रपति की 'खतरनाक' सलाह नहीं मानने की अपील करनी पड़ी। एक माह से भी ज्यादा वक्त तक कोरोना वायरस पर नियमित प्रेस वार्ता करने के बाद, ट्रंप शनिवार को सामने नहीं आए और उन्होंने यह संकेत दिया कि वह व्हाइट हाउस संवाददाता सम्मेलनों को रोकने के बारे में विचार कर रहे हैं। उन्होंने करीब 45 मिनट बाद ट्विटर पर अपनी वार्ताओं के विषय के बारे में कहा- 'व्हाइट हाउस प्रेस वार्ता का क्या मकसद है जब पारंपरिक मीडिया केवल प्रतिकूल प्रश्न करती है और फिर सच्चाई दिखाने से या तथ्यों को सही-सही सामने रखने से इनकार कर देती है। उन्हें अच्छी रेटिंग मिल जाती है और अमेरिकी लोगों को कुछ नहीं फर्जी खबरें मिलती हैं। यह समय और प्रयास की बर्बादी है।'ट्रंप ने बृहस्पतिवार को यह कहकर दर्शकों को चौंका दिया था कि डॉक्टर कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज उनके शरीर में पराबैंगनी किरणों को या घर में इस्तेमाल होने वाले रोगाणुनाशकों को सूई के जरिए पहुंचाकर कर सकते हैं। शीर्ष चिकित्सा विशेषज्ञों और रोगाणुनाशक उत्पादकों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया मिलने के बाद शनिवार को ट्रंप ने सफाई दी कि उन्होंने यह 'व्यंग्य' में कहा था। इसके बाद न्यूयॉर्क से खबर आई थी कि करीब 30 लोगों ने ट्रंप के बयान के बाद लाइजॉल पी लिया था और उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।