News18 : Apr 07, 2020, 03:05 PM
वॉशिंगटन। दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) को पूरी तरह से खत्म करने के लिए वैज्ञानिक वैक्सीन तैयार करने में लगे हुए हैं। अमेरिका (America) की एक कंपनी मार्च के मध्य में ही कोरोना वैक्सीन पर काम करना शुरू कर चुकी है। लेकिन अब एक अन्य पेंसिल्वेनिया बायोटेक कंपनी ने भी कोरोना वैक्सीन का परीक्षण शुरू कर दिया है। इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स की ओर से तैयार की गई इस वैक्सीन को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने मंजूरी दे दी है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक सोमवार को वैक्सीन की पहली खुराक इंसान को दे दी गई है। इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स की ओर से तैयार की गई इस वैक्सीन को तैयार करने में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और एपिडेमिक प्रिपेडेन्स इनोवेशन की ओर से फंड दिया गया है।
इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स की ओर से तैयार वैक्सीन INO-4800 का टेस्ट सोमवार से इंसानों पर किया जाने लगा है। अमेरिका में ये दूसरी कंपनी है जिसे कोरोना वैक्सीन को इंसानों पर टेस्ट करने की इजाजत दी गई है। इससे पहले मैसाचुसेट्स बायोटेक मॉडर्न ने मार्च के मध्य में इसका परीक्षण इंसानों में शुरू किया था।
टेस्ट का सही परिणाम आने में लगेंगे एक साल
अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ। एंथनी एस फॉसी ने पहले ही कहा है कि कोरोना से लड़ने के लिए तैयार किया जाने वाला वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं यह जानने में कम से कम एक साल का समय लगेगा। इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स ने वैक्सीन का परीक्षण करने के लिए 40 स्वस्थ लोगों का चुनाव किया है। इन लोगों को वैक्सीन की दो खुराकें चार सप्ताह तक दी जाएंगी। कंपनी ने कहा है कि जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।2020 के अंत तक 1 मिलियन वैक्सीन तैयार करेगी कंपनी
इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स ने कहा है कि टेस्ट में अगर उसकी वैक्सीन ने सकारात्मक परिणाम दिखाए तो वह साल 2020 के अंत तक 1 मिलियन खुराक उपलब्ध करा देगी। उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन का इस्तेमाल आपातकालीन उपयोग में भी किया जा सकेगा।
शोधकर्ताओं के मुताबिक सोमवार को वैक्सीन की पहली खुराक इंसान को दे दी गई है। इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स की ओर से तैयार की गई इस वैक्सीन को तैयार करने में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और एपिडेमिक प्रिपेडेन्स इनोवेशन की ओर से फंड दिया गया है।
इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स की ओर से तैयार वैक्सीन INO-4800 का टेस्ट सोमवार से इंसानों पर किया जाने लगा है। अमेरिका में ये दूसरी कंपनी है जिसे कोरोना वैक्सीन को इंसानों पर टेस्ट करने की इजाजत दी गई है। इससे पहले मैसाचुसेट्स बायोटेक मॉडर्न ने मार्च के मध्य में इसका परीक्षण इंसानों में शुरू किया था।
टेस्ट का सही परिणाम आने में लगेंगे एक साल
अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ। एंथनी एस फॉसी ने पहले ही कहा है कि कोरोना से लड़ने के लिए तैयार किया जाने वाला वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं यह जानने में कम से कम एक साल का समय लगेगा। इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स ने वैक्सीन का परीक्षण करने के लिए 40 स्वस्थ लोगों का चुनाव किया है। इन लोगों को वैक्सीन की दो खुराकें चार सप्ताह तक दी जाएंगी। कंपनी ने कहा है कि जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।2020 के अंत तक 1 मिलियन वैक्सीन तैयार करेगी कंपनी
इनोवियो फार्मास्यूटिकल्स ने कहा है कि टेस्ट में अगर उसकी वैक्सीन ने सकारात्मक परिणाम दिखाए तो वह साल 2020 के अंत तक 1 मिलियन खुराक उपलब्ध करा देगी। उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन का इस्तेमाल आपातकालीन उपयोग में भी किया जा सकेगा।