AajTak : May 09, 2020, 08:38 AM
विशेष | अंतरिक्ष विज्ञानियों ने धरती के सबसे नजदीक मौजूद ब्लैक होल को खोज लिया है। धरती से करीब 1000 प्रकाश वर्ष की दूर पर स्थित है यह इस ब्लैक होल का सिस्टम। इस सिस्टम को HR 6819 नाम दिया गया है। जबकि इसके नक्षत्र का नाम है टेलीस्कोपियम। ब्लैक होल अगर आप टेलीस्कोप से देखेंगे तो टेलीस्कोपियम के वह एक चमकदार तारे जैसा दिखाई देगा। लेकिन वहां पर दो तारे हैं जो एकदूसरे के चारों तरफ घूम रहे हैं। जब वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि ये आखिर इतनी तेजी से घूम क्यों रहे हैं। तब उन्हें दोनों के बीच एक ब्लैक होल दिखाई दिया।यूरोपियन साउर्दन ऑब्जर्वेटरी के वैज्ञानिक डाइटरिच बाडे ने बताया कि ये ब्लैक होल हमारे सूरज के आकार से चार गुना बड़ा है। यह धरती के सबसे नजदीक खोजा गया ब्लैक होल है। इस ब्लैक होल के चारों तरफ सिर्फ दो सितारे ही चक्कर लगा रहे हैं।डाइटरिच बाडे ने बताया कि यह ब्लैक होल भी बहुत तेजी से घूम रहा है। इसकी गति है 60 किलोमीटर प्रति सेकंड। यह हमारे सूरज के वजन से पांच गुना ज्यादा वजनी है। सबसे खतरनाक बात ये है कि पहली बार हमें कोई ब्लैक होल पूरी तरह से अंधेरे में मिला है।डाइटरिच ने बताया कि यह पूरी तरह से अदृश्य है। हमें इसके होने का आभास इसके चारों तरफ घूम रहे तारों से चला है। इसे हायराक्रियल ट्रिपल सिस्टम कहते हैं। इस ब्लैक होल की खासियत यही है कि यह पूरी तरह से ब्लैक है। यानी काला है। आमतौर पर हमारी आकाशगंगा में मिलने वाले ब्लैक होल्स में से दो दर्जन ही ऐसे हैं चमकते दिखाई देते हैं। बाडे ने बताया कि अगर आपको इसे देखना है तो आपको दक्षिण अमेरिका के एकदम दक्षिणी हिस्से में जाकर टेलीस्कोप से देखना होगा। (फोटोः NASA)इस ब्लैक होल कि रिपोर्ट एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स जर्नल में छपी है। इस ब्लैक होल को यूरोपियन साउर्दन ऑब्जरवेटरी चिली स्थित ला सिला ऑब्जर्वेटरी ने टेलीस्कोप के जरिए ही खोजा है। यानी यहां से भी हम ब्लैक होल देख सकते हैं। (फोटोः ESO)