इंटरेस्टिंग / समुद्री लहरों से निकली नीली रोशनी, 60 साल में पहली बार दिखा अद्भुत नजारा

कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन किया गया है। इसकी वजह से कई देशों में प्रदूषण का स्तर काफी घट गया है, दूसरी ओर भीड़भाड़ वाले इलाके वीरान हो गए हैं। इसी दौरान समुद्र के एक बीच पर अनोखा दृश्य देखने को मिला। समुद्री लहरों से रंगीन रोशनी निकलने लगी। ये मामला मैक्सिको के अकापुल्को के बीच का है। कोरोना की वजह से समुद्र तटों पर आम लोगों की एक्टिविटी न के बराबर हो रही है।

AajTak : Apr 25, 2020, 01:51 PM
मैक्सिको | कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन किया गया है। इसकी वजह से कई देशों में प्रदूषण का स्तर काफी घट गया है, दूसरी ओर भीड़भाड़ वाले इलाके वीरान हो गए हैं। इसी दौरान समुद्र के एक बीच पर अनोखा दृश्य देखने को मिला। समुद्री लहरों से रंगीन रोशनी निकलने लगी।

ये मामला मैक्सिको के अकापुल्को के बीच का है। कोरोना की वजह से समुद्र तटों पर आम लोगों की एक्टिविटी न के बराबर हो रही है। इसी दौरान समुद्र में मौजूद जीवों में एक अनोखी साइंटिफिक घटना Bioluminescent देखने को मिली। Bioluminescent का मतलब होता है किसी जीव के शरीर से रोशनी निकलना।

ये घटना सोमवार की है। लेकिन इसकी फोटोज सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रही हैं। जानकारों का कहना है कि पानी में माइक्रोऑर्गेज्म के बायोकेमिकल रिएक्शन की वजह से ये ऐसी घटना होती है। समुद्री लहरों से रंगीन रोशनी आने के बाद लॉकडाउन के बावजूद कई लोग बीच पर पहुंच गए और तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद किया। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना बीते 60 सालों में पहली बार देखी गई।

मैक्सिको के अकापुल्को टूरिज्म बोर्ड का कहना है कि Puerto Marqués बीच की ये घटना माइक्रोऑर्गेनिज्म की वजह से हुए बायोकेमिकल रिएक्शन का बाइप्रोडक्ट है। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बीच पर लोगों की कम मौजूदगी की वजह से ऐसी घटना हुई। लेकिन मैरिन बायोलॉजिस्ट एनरिक अयाला डुवाल ने इस थ्योरी को खारिज कर दिया।

एनरिक अयाला डुवाल ने लिखा कि प्रोटीन, ऑक्सीजन, एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट और अन्य चीजों के रिएक्शन की वजह से ऐसी रोशनी निकलती है।