देश / लॉकडाउन तोड़ना और बदसलूकी पड़ेगी भारी, दंगाइयों की तरह निपटेगी यूपी पुलिस

कोरोना वायरस संक्रमण के मामले उत्तर प्रदेश में बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं। लॉकडाउन तोड़ने वालों और पुलिस के साथ बदसलूकी करने वाले उपद्रवियों से अब यूपी पुलिस दंगाइयों की तरह निपटेगी। पुलिस बॉडी प्रोटेक्टर और दंगा रोकने के पूरे संसाधनों से लैस होगी। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने पुलिस आयुक्तों, एडीजी जोन, आईजी जोन और पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी तैयारी पूरी रखें।

AajTak : Apr 18, 2020, 09:02 AM
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले उत्तर प्रदेश में बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं। लॉकडाउन तोड़ने वालों और पुलिस के साथ बदसलूकी करने वाले उपद्रवियों से अब यूपी पुलिस दंगाइयों की तरह निपटेगी।

पुलिस बॉडी प्रोटेक्टर और दंगा रोकने के पूरे संसाधनों से लैस होगी। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने पुलिस आयुक्तों, एडीजी जोन, आईजी जोन और पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी तैयारी पूरी रखें।

पुलिस को सलाह दी गई है कि वे तलाशी अभियान या फिर मेडिकल टीम के साथ गली-मोहल्ले में दंगारोधी उपकरणों, बैटन, हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर पहनकर ड्यूटी दें। पुलिसकर्मियों को सलाह दी गई है कि चाहे गली मोहल्ला हो, या फिर संवेदनशील इलाका, पुलिसकर्मी सभी सुरक्षा उपकरणों के साथ तलाशी और गश्त करे।

क्यों हुआ फैसला?

स्वास्थ्यकर्मियों से बदसलूकी इस एक्शन की बड़ी वजह मानी जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोरोना जांच करने गई मेडिकल टीम पर हुए हमले के मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस का कहना है कि ड्रोन कैमरों की मदद से पकड़े गए लोगों की पहचान की गई थी। घटनास्थल के पास महिलाएं और पुरुष छत से पथराव करते देखे गए थे। अब

राशन की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करेगी पुलिस

कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव न हो, इसके लिए यूपी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। अब लखनऊ में सरकारी राशन की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कराने का काम पुलिस के हवाले है। पुलिस को इसकी शिकायत 112 नंबर डायल करके दी जा सकती है। पुलिस की आपातकालीन सेवा पर अब तक सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ने की 1,500 शिकायतें मिल चुकी हैं। एडीजी असीम अरुण ने सभी जिलों को इस संबंध में निर्देश भेज दिया है।