Uttar Pradesh / रंग लाई मुहिम, सात महीने के अनमय को मुफ्त लगेगा 16 करोड़ का इंजेक्शन

Zoom News : Sep 17, 2022, 10:44 PM
Uttar Pradesh | स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) टाइप- वन नामक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे अनमय को बचाने की मुहिम रंग लाई है। अनमय का नाम कंपनी की लकी ड्रा में आया है जिसके बाद कंपनी अनमय को मुफ्त में 16 करोड़ का इंजेक्शन देगी गौरतलब है कि अनमय को बचाने के लिए कई स्वंमसेवी संस्थाओं के साथ-साथ कई व्यापारिक संगठन और लोग मुहिम चला रहे थे। अनमय के माता-पिता इतने सक्षम नहीं हैं कि 16 करोड़ का इंजेक्शन उसे लगवा सके जोकि विदेश की नोवार्टिस नाम की कंपनी बनाती है। सोशल मीडिया पर अनमय को बचाने की मुहिम चली। कई लोगों ने #SaveAnvay हैशटैग के साथ परिवार की मदद करने की अपील की। सोनू सूद ने भी अनवय को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर मदद की मार्मिक अपील की थी।

सोशल मीडिया पर चलाए गए कैंपेन के जरिए अनमय के खाते में दो करोड़ अस्सी लाख रुपये आ चुके हैं। जिला प्रशासन की तरफ से भी मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मदद के लिए शासन को चिट्ठी लिखी गई थी। इस बीच दिल्ली के गंगाराम अस्पताल से अनवय के पिता को फोन आया कि अनवय का नाम लक्की ड्रॉ की लिस्ट में शामिल है। दरअसल कंपनी लॉटरी के माध्यम से विश्व के 100 बच्चों को ये इंजेक्शन मुफ्त देती है। हर पंद्रह दिन में ये लकी ड्रा निकलता है। इस बार लिस्ट में अनवय का नाम भी शामिल है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अनवय की जांच होगी। 

क्या है स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) टाइप- वन बीमारी?

इंसानों के शरीर में प्रोटीन बनाने वाला एक जीन होता है। इसी जीन से मांसपेशियां और तंत्रिकाएं जीवित रहती हैं। जिन बच्चों को एसएमए यानि स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉपी की बीमारी है उसके शरीर में यह जीन नहीं होता। इसके कारण बच्चे के शरीर में प्रोटीन नहीं बन पाता।  इस बीमारी का पता गर्भ में भी नहीं चलता बल्कि समय के साथ पता चलता है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER