AajTak : May 31, 2020, 02:41 PM
Corona crisis: चीन ने अब मान लिया है कि कोरोना वायरस वुहान के जंगली जीवों के मार्केट से नहीं फैला। ग्लोबल टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के डायरेक्टर गाओ फू ने कहा- 'शुरुआत में हमने माना कि सी-फूड मार्केट में शायद वायरस रहा हो, लेकिन अब समझ आता है कि मार्केट विक्टिम बन गया। नॉवेल कोरोना वायरस काफी पहले से मौजूद था।' ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि कोरोना वायरस कहां से फैला, इसकी खोज जारी है।गाओ फू ने कहा कि वे जनवरी की शुरुआत में वुहान गए थे। लेकिन उन्हें किसी भी जीव के सैंपल में वायरस नहीं मिले। उन्होंने कहा कि चीनी वैज्ञानिक कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि वायरस की उत्पत्ति का पता लगाया जा सके। कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद से ही चीन ऐसा कहता रहा है कि यह जंगली जीवों की मार्केट से फैला। लेकिन अमेरिका सहित कई देश आरोप लगाते रहे हैं कि कोरोना वायरस वुहान की मार्केट से थोड़ी दूर पर स्थित वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट की लैब से लीक हुआ।कोरोना वायरस फैलने के बाद चीन ने वुहान के जंगली जीवों के मार्केट को बंद भी कर दिया था। हालांकि, दुनिया चीन को संदिग्ध नजरों से देख रही थी। चीन ने कथित तौर से जीवों में मिले वायरस का सैंपल या इससे जुड़ा डेटा दुनिया से साझा नहीं किया था। अब चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के डायरेक्टर गाओ फू ने मान लिया है कि वुहान स्थित मार्केट के जीवों के सैंपल में कोई वायरस नहीं मिला था। गाओ फू न सिर्फ चीन के प्रमुख महामारी विशेषज्ञ हैं बल्कि देश के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार समूह के सदस्य भी हैं।इससे पहले वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की डायरेक्टर वांग यानयी ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि लैब से वायरस लीक होने की थ्योरी झूठी है। Lancet में प्रकाशित एक स्टडी में भी कहा गया था कि चीन में कोरोना से संक्रमित शुरुआती 41 लोगों में से सिर्फ 27 का ही कोई कनेक्शन मार्केट से पाया गया। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन के नए खुलासे से कंफ्यूजन खत्म होने की जगह बढ़ गया है। गाओ फू ने इससे पहले एक इंटरव्यू में यह भी कहा था कि कोविड 19 से पहले भी 6 कोरोना वायरस से इंसान संक्रमित हुए थे। हालांकि, पहले का कोई भी वायरस कोविड 19 जितना खतरनाक नहीं था।