कोरोना वायरस / दुनिया को संकट में डालकर शांत बैठ गया चीन? कोरोना फैलाने वाले देशे से 5 अहम सवाल

दुनिया को कोरोना संकट में डालकर चीन अब इसी संकट में फंसी दुनिया को कंट्रोल भी करना चाहता है लेकिन इससे चीन उन बुनियादी सवालों से बच नहीं सकता, जो सवाल चीन से लगातार पूछे जा रहे हैं। आज हम कोरोना वायरस पर चीन से पांच बुनियादी सवाल पूछेंगे जिनके जवाब अब तक नहीं मिले हैं। चीन से पहला सवाल ये है कि कोरोना वायरस आखिर कहां से आया क्योंकि चीन अब इस बात को छुपाने में जुटा है

Zee News : Apr 14, 2020, 09:09 AM
नई दिल्ली: दुनिया को कोरोना संकट में डालकर चीन अब इसी संकट में फंसी दुनिया को कंट्रोल भी करना चाहता है लेकिन इससे चीन उन बुनियादी सवालों से बच नहीं सकता, जो सवाल चीन से लगातार पूछे जा रहे हैं। आज हम कोरोना वायरस पर चीन से पांच बुनियादी सवाल पूछेंगे जिनके जवाब अब तक नहीं मिले हैं।

चीन से पहला सवाल ये है कि कोरोना वायरस आखिर कहां से आया क्योंकि चीन अब इस बात को छुपाने में जुटा है कि वायरस कैसे और कहां से फैला। जब पूरी दुनिया ने चीन पर सवाल उठाए तो चीन ने पहले अमेरिका पर आरोप लगा दिए कि अमेरिकी सेना की वजह से कोरोना वायरस फैला लेकिन बाद में चीन अपनी इस बात से पलट गया क्योंकि इसके कोई सबूत वो नहीं दे पाया। आप सभी को पता है कि अब खुद अमेरिका ही वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित है।

चीन से दूसरा सवाल ये है कि कैसे उसने कोरोना वायरस के मामलों के नियंत्रण में कर लिया। क्या चीन को कोई इलाज मिल गया, जिससे उसने कोरोना के मामले बढ़ने नहीं दिए और वहां पर मौत का आंकड़ा भी साढ़े 3 हज़ार से भी कम है जबकि अमेरिका, इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन पांच देश ऐसे हैं जहां मौत का आंकड़ा 10 हज़ार के पार हो चुका है। चीन का कहना है कि उसने कोरोना वायरस के 90 प्रतिशत मरीज ठीक कर लिए

चीन से तीसरा सवाल ये है कि कोरोना वायरस पर उसकी रिसर्च का क्या हुआ? वायरस का पहला मामला दिसंबर 2019 में आया था। दिसंबर से लेकर अब तक करीब 4 महीने हो रहे हैं। चीन ने वायरस के बारे में पूरी स्पष्टता के साथ दुनिया को कुछ नहीं बताया। चीन ने वायरस को लेकर अपने यहां रिसर्च पेपर पर कड़ी निगरानी लगा दी है। अब जो भी रिसर्च हो रही है, उसे चीन के अधिकारियों की मंज़ूरी के बाद भी सबके सामने लाया जा रहा है।

चीन से चौथा सवाल ये है कि चीन ने कोरोना वायरस के बारे में गहराई से पता लगाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को अनुमति क्यों नहीं दी। क्यों नहीं कहा कि चीन आकर अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ वायरस के बारे में अध्ययन करें। अमेरिका ने चीन को ऑफऱ किया था कि वो विशेषज्ञ भेजने को तैयार है लेकिन चीन ने मना कर दिया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम वुहान ज़रूर गई थी लेकिन किसी को नहीं पता कि वुहान से उन्हें क्या जानकारी मिली। वैसे भी विश्व स्वास्थ्य संगठन और चीन की मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं।

चीन से पांचवां और आखिरी सवाल कि चीन अब तक दुनिया को ये भरोसा क्यों नहीं दे पाया कि ऐसा वायरस दोबारा नहीं फैलेगा। क्यों चीन ने अपने Wet Markets बंद नहीं किए। आपको याद होगा कि चीन ने जब हालात कंट्रोल कर लिए और वहां जिंदगी सामान्य होने लगी तो चीन में फिर से wet markets खुल गए थे। जहां पर चमगादड़ों और दूसरे जीव जंतुओं के मांस का कारोबार होता है। यही माना जाता है कि इन्हीं wet markets से कोरोना वायरस इंसानों में पहुंचा। क्या चीन फिर से दुनिया को नई महामारी देने की तैयारी कर रहा है।