उत्तर प्रदेश / कानपुर में नमामि गंगे पर मंथन जारी, पीएम मोदी बोले-'गंगा नदी नहीं मां है'

AMAR UJALA : Dec 14, 2019, 02:44 PM
कानपुर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर पहुंच गए हैं। कानपुर पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से सीएसए कॉलेज पहुंचे। चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद पीएम मोदी सीएम योगी के साथ पैदल ही मीटिंग रूम तक पहुंचे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यहां गंगा परिषद (राष्ट्रीय गंगा परिषद) के राष्ट्रीय कायाकल्प, संरक्षण और प्रबंधन की पहली बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय परिसर में बैठक हो रही है। पहले बैठक का समय 1 बजकर 5 मिनट तक ही था लेकिन फिर बैठक का समय बढ़ गया।

बैठक में गंगा की निर्मलता और अविरलता पर मंथन किया जा रहा है। बैठक में दो राज्यों यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, बिहार, यूपी के उप मुख्यमंत्री, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा गंगा किनारे स्थित सभी पांच राज्यों के कई मंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और एनएमसीजी के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्र सहित 40 से अधिक प्रमुख लोग मौजूद हैं। 

बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और अधिकारियों के साथ अटल घाट से मोटर बोट के जरिए गंगा का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वे सीसामऊ नाले के पास खड़े होकर सेल्फी लेंगे। एसपीजी ने इस जगह पर अपना सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है। सेल्फी लेने की वजह यह है कि लंबे समय से गंगा में गिरने वाले सीसामऊ नाले को मोड़ने में केेंद्र सरकार को सफलता मिली है।     

बैठक में पांच राज्यों यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में गंगा की स्थिति को लेकर मंथन किया जा रहा है। इन प्रदेशों में गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के लिए अभी तक जो भी कार्य हुए हैं, पीएम मोदी उनकी समीक्षा करेंगे। इसके बाद आने वाले समय में गंगा को स्वच्छ और उसके किनारों को सुंदर बनाने के लिए क्या-क्या किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है। 

शुक्रवार शाम तक बैठक में शामिल होने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलक, यूपी के जल शक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह सहित पर्यावरण मंत्रालय, नगर एवं आवास विकास मंत्रालय के अधिकारी यहां पहुंच गए थे।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER