नई दिल्ली / मायावती का कांग्रेस पर हमला दोगली नीति से साम्प्रदायिक ताकतें हो रहीं मजबूत

News18 : Sep 18, 2019, 05:07 PM
लखनऊ. राजस्थान (Rajasthan) में बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के विधायकों द्वारा पाला बदलकर कांग्रेस (Congress) के खेमे में जाने के बाद से बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं. मायावती ने एक दिन पहले ही राजस्थान के मामले में कहा था कि कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बीएसपी के विधायकों को तोड़कर गैर-भरोसेमंद और धोखेबाज़ पार्टी होने का प्रमाण दिया है. चौबीस घंटे बाद मायावती ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है. मायावती ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी की वजह से देश में साम्प्रदायिक ताकतें मजबूत हो रही हैं.

अपने ट्वीट में मायावती ने लिखा है, 'कांग्रेस पार्टी की दोग़ली नीति की वजह से ही देश में ‘साम्प्रदायिक ताकतें’ मजबूत हो रही हैं, क्योंकि कांग्रेस पार्टी साम्प्रदायिक ताकतों को कमजोर करने के बजाय इसके विरुद्ध आवाज उठाने वाली ताकतों को ही ज्यादातर कमजोर करने में लगी है. जनता सावधान रहे.'

बता दें कि इससे पहले मंगलवार को मायावती ने ट्वीट किया था, 'राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बीएसपी के विधायकों को तोड़कर गैर-भरोसेमंद और धोखेबाज़ पार्टी होने का प्रमाण दिया है. यह बीएसपी मूवमेंट के साथ विश्वासघात है जो दोबारा तब किया गया है, जब बीएसपी वहां (राजस्‍थान) कांग्रेस सरकार को बाहर से बिना शर्त समर्थन दे रही थी."

बसपा सुप्रीमो ने कहा, 'कांग्रेस अपनी कटु विरोधी पार्टी/संगठनों से लड़ने के बजाए हर जगह उन पार्टियों को ही सदा आघात पहुंचाने का काम करती है जो उन्हें सहयोग/समर्थन देते हैं. कांग्रेस इस प्रकार एससी, एसटी, और ओबीसी विरोधी पार्टी है तथा इन वर्गों के आरक्षण के हक के प्रति कभी गंभीर व ईमानदार नहीं रही है.'

साथ ही मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'कांग्रेस हमेशा ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर और उनकी मानवतावादी विचारधारा की विरोधी रही. इसी कारण डॉ. अम्बेडकर को देश के पहले कानून मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. कांग्रेस ने उन्हें न तो कभी लोकसभा में चुनकर जाने दिया और न ही भारत रत्न से सम्मानित किया. अति-दुःखद व शर्मनाक.

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER