NavBharat Times : Aug 02, 2020, 08:56 AM
Delhi: भारत में इस समय कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 16 लाख को पार कर चुका है। करीब दो महीने पुरानी बात है, जब पूरे देश में एक दिन में 1 हजार नए कोरोना संक्रमित केस मिल जाते थे तो हर तरफ दशहत फैल जाती थी। आज हालात ये हैं कि 24 घंटे के अंदर कभी 50 हजार तो कभी 55 हजार कोरोना संक्रमण के नए मामले रिपोर्ट हो रहे हैं।
केंद्र सरकार और हर राज्य की सरकारें अपने-अपने स्तर पर इस वायरस के संक्रमण को रोकने का प्रयास कर रही हैं लेकिन यह वायरस हमारे देश में इतनी तेज गति से फैलने लगा है कि भारत में इसके फैलने की दर को दुनिया में सबसे अधिक कहा जाने लगा है। ब्लूमबर्ग के कोरोना वायरस ट्रैकर (Bloomberg's Coronavirus Tracker)द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर कहा जा रहा है कि जुलाई के अंतिम दो सप्ताह के आंकड़ों पर अगर गौर किया जाए तो इन दोनों सप्ताह में आनेवाले कोरोना वायरस संक्रमित के नए मामलों में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
भारत में कोरोना का बढ़ता संक्रमणदुनिया में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज जिन देशों में उनमें अमेरिका और ब्राजील के बाद अब भारत का नंबर तीसरा बना हुआ है। एक समय ऐसा था जब देश में महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित लोग थे। लेकिन अब दिल्ली इस समस्या से काफी हद तक उबर चुकी है। फिलहाल महाराष्ट्र, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कोरोना के हर दिन सबसे अधिक केस रिपोर्ट हो रहे हैं।
क्या हैं संभावित वजह?-सबसे पहले तो हमें इस बात को समझना होगा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिस प्रकार हम शुरुआती स्तर पर सतर्कता बरत रहे थे, हमें उस सतर्कता को बनाए रखना है। अभी तक कोरोना संक्रमण पर लगाम हम सभी के सामूहिक प्रयासों के कारण लगी हुई थी। लेकिन अब जैसे-जैसे समय बीत रहा है, हमारे समाज में इसस वायरस को लेकर लापरवाही और गैरजिम्मेदारी देखी जा सकती है। इसकी गवाह है सार्वजनिक स्थानों पर उमड़नेवाली भीड़।-इस भीड़ में बहुत सारे लोग बिना मास्क के नजर आ जाते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करनेवाले लोगों की संख्या तो बेहद सीमित होती है। इस स्थिति में इस वायरस का संक्रमण तेज गति से नहीं फैलेगा तो और क्या होगा। फिर हम सिर्फ सरकार और नियति को तो दोष नहीं दे सकते हैं!
केंद्र सरकार और हर राज्य की सरकारें अपने-अपने स्तर पर इस वायरस के संक्रमण को रोकने का प्रयास कर रही हैं लेकिन यह वायरस हमारे देश में इतनी तेज गति से फैलने लगा है कि भारत में इसके फैलने की दर को दुनिया में सबसे अधिक कहा जाने लगा है। ब्लूमबर्ग के कोरोना वायरस ट्रैकर (Bloomberg's Coronavirus Tracker)द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर कहा जा रहा है कि जुलाई के अंतिम दो सप्ताह के आंकड़ों पर अगर गौर किया जाए तो इन दोनों सप्ताह में आनेवाले कोरोना वायरस संक्रमित के नए मामलों में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
भारत में कोरोना का बढ़ता संक्रमणदुनिया में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज जिन देशों में उनमें अमेरिका और ब्राजील के बाद अब भारत का नंबर तीसरा बना हुआ है। एक समय ऐसा था जब देश में महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित लोग थे। लेकिन अब दिल्ली इस समस्या से काफी हद तक उबर चुकी है। फिलहाल महाराष्ट्र, तमिलनाडू, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कोरोना के हर दिन सबसे अधिक केस रिपोर्ट हो रहे हैं।
क्या हैं संभावित वजह?-सबसे पहले तो हमें इस बात को समझना होगा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिस प्रकार हम शुरुआती स्तर पर सतर्कता बरत रहे थे, हमें उस सतर्कता को बनाए रखना है। अभी तक कोरोना संक्रमण पर लगाम हम सभी के सामूहिक प्रयासों के कारण लगी हुई थी। लेकिन अब जैसे-जैसे समय बीत रहा है, हमारे समाज में इसस वायरस को लेकर लापरवाही और गैरजिम्मेदारी देखी जा सकती है। इसकी गवाह है सार्वजनिक स्थानों पर उमड़नेवाली भीड़।-इस भीड़ में बहुत सारे लोग बिना मास्क के नजर आ जाते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करनेवाले लोगों की संख्या तो बेहद सीमित होती है। इस स्थिति में इस वायरस का संक्रमण तेज गति से नहीं फैलेगा तो और क्या होगा। फिर हम सिर्फ सरकार और नियति को तो दोष नहीं दे सकते हैं!