News18 : Jan 04, 2020, 12:48 PM
मुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार को बने दो महीने भी नहीं हुए हैं, लेकिन मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर सहयोगियों के बीच सिरफुटौव्वल का खेल जारी है। सूत्रों के अनुसार राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार (Abdul Sattar) ने नाराज होकर अपना इस्तीफा दे दिया है। अब्दुल सत्तार को शिवसेना (Shiv Sena) कोटे से ही मंत्री बनाया गया था।बताया जा रहा है कि कैबिनेट मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज होकर अब्दुल सत्तार ने इस्तीफा दिया है। हालांकि शिवसेना और उनके परिवार ने इस्तीफे की बात से इनकार किया है। बता दें कि उद्धव ठाकरे मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे को लेकर सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस में परस्पर खींचतान की स्थिति है। लेकिन कैबिनेट मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज होकर इस्तीफा देने वाले पहले शिवसेना कोटे से मंत्री बने अब्दुल सत्तार ही हैं।
शपथ लेने वाले 36 मंत्रियों को अभी तक नहीं बांटे गए विभागशिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास अघाडी (Maha Vikas Aghadi) सरकार में शिवसेना के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस घटक दल हैं। नवंबर के आखिर में जब से यह सरकार बनी है, तीनों दलों के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर लगातार खींचतान बनी हुई है। बीते 30 दिसंबर को 36 नए मंत्रियों के शपथ लेने से महाराष्ट्र (Maharashtra) में मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है, लेकिन इन मंत्रियों को सीएम उद्धव ठाकरे ने अभी तक विभागों का आवंटन नहीं किया है।विभाग बंटवारे को लेकर कांग्रेस-NCP में हुई थी तीखी बहस
गुरुवार को गठबंधन के घटक दलों की पांच घंटे से अधिक समय तक चली मैराथन बैठक के बाद भी मंत्रालयों के आवंटन पर आम सहमति नहीं बन पाई थी। सहयोगी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच बैठक में इस विषय पर तीखी बहस भी हो गई थी। दरअसल मंत्रिमंडल विस्तार में 12 सीटें पाने वाली कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित दो विभाग और चाहती है और वो अपनी मांग पर अड़ी हुई है।
शपथ लेने वाले 36 मंत्रियों को अभी तक नहीं बांटे गए विभागशिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास अघाडी (Maha Vikas Aghadi) सरकार में शिवसेना के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस घटक दल हैं। नवंबर के आखिर में जब से यह सरकार बनी है, तीनों दलों के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर लगातार खींचतान बनी हुई है। बीते 30 दिसंबर को 36 नए मंत्रियों के शपथ लेने से महाराष्ट्र (Maharashtra) में मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है, लेकिन इन मंत्रियों को सीएम उद्धव ठाकरे ने अभी तक विभागों का आवंटन नहीं किया है।विभाग बंटवारे को लेकर कांग्रेस-NCP में हुई थी तीखी बहस
गुरुवार को गठबंधन के घटक दलों की पांच घंटे से अधिक समय तक चली मैराथन बैठक के बाद भी मंत्रालयों के आवंटन पर आम सहमति नहीं बन पाई थी। सहयोगी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच बैठक में इस विषय पर तीखी बहस भी हो गई थी। दरअसल मंत्रिमंडल विस्तार में 12 सीटें पाने वाली कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित दो विभाग और चाहती है और वो अपनी मांग पर अड़ी हुई है।