देश / केंद्रीय राज्यमंत्री प्रमाणिक की नागरिकता को लेकर कांग्रेस सांसद ने पीएम को लिखा पत्र

Zoom News : Jul 18, 2021, 07:43 AM
नयी दिल्ली: राज्यसभा सदस्य और असम प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रिपुण बोरा ने नवनियुक्त केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निसिथ प्रामाणिक के कथित तौर पर बांग्लादेशी होने के आरोपों की जांच कराने की मांग शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की।

हालांकि, प्रामाणिक के करीबी सूत्रों ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि मंत्री का जन्म, पालन-पोषण और शिक्षा-दीक्षा भारत में ही हुई है।

प्रधानमंत्री को लिखे और ट्विटर पर साझा किए पत्र में बोरा ने दावा किया कि बराक बांग्ला, रिपब्लिक टीवी त्रिपुरा, डिजिटल मीडिया, इंडिया टुडे और बिजनेस स्टैंडर्ड ने अपनी खबर में बताया है कि प्रामाणिक बांग्लादेशी नागरिक हैं।

खबरों को उद्धृत करते हुए सांसद ने दावा किया कि मंत्री का जन्म स्थान हरिनाथपुर है जो बांग्लादेश के गैबांधा जिले के पलासबाड़ी पुलिस थाने के अंतर्गत आता है और खबर है कि वह कंप्यूटर की पढ़ाई करने के लिए पश्चिम बंगाल आए थे।

बोरा ने दावा किया कि कंप्यूटर विषय में उपाधि मिलने के बाद पहले वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए और बाद में भाजपा में शामिल हुए तथा कूच बिहार से सांसद चुने गए।

बोरा ने दावा किया कि समाचार चैनलों के मुताबिक प्रामाणिक ने ‘‘छेड़छाड़ कर’’ चुनावी नामांकन पत्र में अपना पता कूच बिहार दिखाया। चैनलों ने बांग्लादेश स्थित उनके पैतृक गांव का ‘खुशनुमा माहौल’ भी रेखांकित किया जिसमें ‘‘उनके बड़े भाई’’और कुछ ग्रामीण प्रामाणिक के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बनने पर संतोष व्यक्त कर रहे हैं।

बोरा ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘अगर ऐसा है तो देश के लिए बहुत गंभीर मामला है कि एक विदेशी को केंद्रीय मंत्री नियुक्त किया गया है। इसलिए मैं आपसे (प्रधानमंत्री) से मांग करता हूं कि निसिथ प्रामाणिक के जन्मस्थान और राष्ट्रीयता की जांच पारदर्शी तरीके से कराएं ताकि पूरे देश में उत्पन्न भ्रम की स्थिति दूर हो सके।’’

जब प्रामाणिक के करीबी सूत्रों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मंत्री ‘‘ देशभक्त भारतीय’’ हैं जिनका जन्म, पालन-पोषण और शिक्षा-दीक्षा भारत में ही हुई है और कहा कि उन पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं।

सूत्रों ने कहा कि अगर मंत्री के कुछ रिश्तेदार दूसरे देश में जश्न मना रहे हैं तो वह क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर कनाडा के सांसद के भारतीय रिश्तेदार गर्व महसूस करते हुए भारत में उत्सव मनाते हैं तो उससे कनाडा के सांसद को क्या लेना देना है।’’

एक सूत्र ने कहा कि यह उसी तरह का मामला हो सकता है। उन्होंने बोरा पर पलटवार करते हुए कहा कि जिम्मेदार सांसद को पता होना चाहिए कि क्या गलत है और क्या सही।

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