AMAR UJALA : Apr 10, 2020, 05:47 PM
कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकारें हर संभव प्रयास कर रही हैं। वहीं कुछ लोग इन कोशिशों को नाकाम करने में जुटे हैं। बिहार के पश्चिमी चंपारण (बेतिया) के जिलाधिकारी कुंदन कुमार का एक पत्र सामने आया है, जिसके बाद खुलासा हुआ है कि सीमा पार से कुछ लोग भारत और खासकर बिहार में रणनीति के तहत कोरोना का संक्रमण फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
पत्र में पुलिस अधीक्षक के जरिए जिलाधिकारी सीमा सुरक्षा बल की 47वीं वाहिनी बटालियन को इस बारे में बता रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि सीमा पार से कोरोना संक्रमित संदिग्धों को भारत में प्रवेश कराया गया है। पत्र के अनुसार 40 से 50 कोरोना संदिग्धों को भारत में दाखिल कराया गया है। जिनका मकसद देश में कोरोना का संक्रमण फैलाना है।
पिछले दो दिनों में बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अबतक राज्य में 60 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 15 लोग ठीक हुए हैं और एक की मौत हुई है। बेतिया के जिलाधिकारी का पत्र सामने आने के बाद राज्य के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
इस खुलासे के बाद राज्य में सियासत तेज हो गई है। राजद, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने इस मुद्दे को गंभीर बताया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह विषय काफी गंभीर और चुनौतीपूर्ण है, लिहाजा बिहार सरकार को इस मुद्दे पर अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस ने पूछा है कि अब तक सीमाओं को क्यों नहीं सील किया गया? कांग्रेस प्रवक्ता और विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि जब पंद्रह दिन पहले ही नेपाल से लगी सीमा को सील करने की बात कही गई थी तो फिर ऐसा क्यों नहीं हुआ।
पत्र में पुलिस अधीक्षक के जरिए जिलाधिकारी सीमा सुरक्षा बल की 47वीं वाहिनी बटालियन को इस बारे में बता रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि सीमा पार से कोरोना संक्रमित संदिग्धों को भारत में प्रवेश कराया गया है। पत्र के अनुसार 40 से 50 कोरोना संदिग्धों को भारत में दाखिल कराया गया है। जिनका मकसद देश में कोरोना का संक्रमण फैलाना है।
बेतिया के डीएम का पत्र सामने आने के बाद बिहार के गृह सचिव अमीर सुबहानी ने कहा कि सभी मामलों की जांच की जा रही है। गृह मंत्रालय को भी जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि किसी को घुसने नहीं दिया जाएगा। मामला नेपाल में है, लेकिन हमने अपने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। सूचना के मुताबिक अभी भी कुछ संदिग्ध घुसने की फिराक में हैं।SSB did not say people have infiltrated from Nepal, they have only stated that there is a possibility. We have alerted police and Union Home Ministry has been informed. Nobody will be allowed to enter from our borders: Bihar Additional Chief Secretary (Home) Amir Subhani pic.twitter.com/dz4X96FkBf
— ANI (@ANI) April 10, 2020
पिछले दो दिनों में बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अबतक राज्य में 60 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 15 लोग ठीक हुए हैं और एक की मौत हुई है। बेतिया के जिलाधिकारी का पत्र सामने आने के बाद राज्य के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
इस खुलासे के बाद राज्य में सियासत तेज हो गई है। राजद, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने इस मुद्दे को गंभीर बताया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह विषय काफी गंभीर और चुनौतीपूर्ण है, लिहाजा बिहार सरकार को इस मुद्दे पर अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस ने पूछा है कि अब तक सीमाओं को क्यों नहीं सील किया गया? कांग्रेस प्रवक्ता और विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि जब पंद्रह दिन पहले ही नेपाल से लगी सीमा को सील करने की बात कही गई थी तो फिर ऐसा क्यों नहीं हुआ।