Dainik Bhaskar : Apr 07, 2020, 08:07 AM
जयपुर | राजस्थान में कोरोना का कहर दिनोंदिना बढ़ता ही जा रहा है। पिछले छह दिनों के अंदर प्रदेश में पांच नए कोरोना हॉटस्पॉट बन गए हैं। 31 मार्च तक सिर्फ भीलवाड़ा और जयपुर ही इस लिस्ट में शामिल थे। मगर अब बीकानेर, झुंझुनूं, कोटा, टोंक और जोधपुर भी शुमार हो गए हैं। तब्लीगी जमात के प्रवेश के बाद से स्थिति ज्यादा बिगड़ी है।पिछले एक सप्ताह में ही पाॅजिटिव तीन गुने हो चुके हैं। इसमें सबसे बड़ी भूमिका इन हॉटस्पॉट की ही है। यहां एक या दो संक्रमित के कारण अब 50 से 100 लोगों के पॅाजिटिव होने का खतरा पैदा हो गया है और 300 लोग खतरे में हैं। उनसे आगे संक्रमण कितनों तक पहुंच चुका है, यह सरकार व विभाग के लिए चिंता का सबब बन गया है।1. बीकानेर (11) : 27 डॉक्टर-नर्स समेत 55 खतरे में, करीब 80 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया तेली-लौहारान मोहल्ले की 60 वर्षीय विकलांग महिला की पीबीएम अस्पताल में मौत के बाद उसकी रिपोर्ट पॅाजिटिव आई तो हड़कंप मचा। उनके संपर्क में 27 डाॅक्टर-नर्स थे। इसके अलावा लौहारान मोहल्ला के रिश्तेदार और संपर्क वाले 55 लोगों की जान खतरे में है। करीब 80 लोगों को क्वारेन्टाइन किया है। इस कारण सिटी के बीच स्थित यह मोहल्ला और आसपास के तीन किमी में कर्फ्यू है।2. जोधपुुुर (21) : करीब 27 कॉलोनियां हाईरिस्कजोधपुर में नागौरी गेट में एक 27 साल की युवती अहमदाबाद से आने के बाद पाॅजिटिव होने और उनके संपर्क वाले 6 लोग और पाॅजिटिव पाए जाने से यह इलाका हाट स्पाॅट बन चुका है। इसी तरह एक 65 साल के व्यक्ति के बिना किसी पॅाजिटिव के संपर्क के भी संक्रमित होने पर मसूरिया और आसपास की 27 काॅलोनी, केके काॅलोनी कूड़ी भगतासनी में भीलवाड़ा से एक महिला के पहुंचने से दो लोगों में कोरोना पाॅजिटिव आने, लंदन से लौटे दो युवकों के कारण चार को संक्रमण से पाल लिंक रोड को हाई रिस्क जोन घोषित किया गया है।3. भीलवाड़ा : बांगड़ अस्पताल के एक डॉक्टर ने ही 26 को मरीज बनायाब्रजेश बांगड़ अस्पताल भीलवाड़ा का अकेला हाॅट स्पाॅट बना हुआ है। इसी अस्पताल के डाॅक्टरों, नर्स, कर्मचारी आदि से संक्रमण फैला। सऊदी अरब के लोग इस अस्पताल के डाॅक्टर के घर आए थे, उनसे डाक्टर में और डाक्टर से अन्य स्टाफ में फैलते हुए ओपीडी और अस्पताल डाक्टर मित्तल की लापरवाही से चलते रहने से बढ़ता गया। अब तक 27 पाॅजीटिव सामने आए हैं।4. कोटा : पिछले 37 दिन से शांत था, अब एक ही दिन के अंदर 10 मामले आ गए कोटा 37 दिन से शांत था। अचानक एक बुजुर्ग की मौत ने कई की जान खतरे में डालकर मुख्य सिटी के बीच के इलाके को हाट-स्पाॅट बना दिया। मुख्य रेलवे स्टेशन के पास तेल घर इलाके के एक व्यक्ति की रविवार सुबह मौत हुई और सोमवार को उसकी कोरोना पॅाजिटिव रिपोर्ट आई तो डाक्टरों से लेकर लोगों में हड़कंप मच गया। उनके परिवार के नौ लोग पॉजिटिव मिल चुके हैं। उनसे पिछले कुछ दिन में ही 60 लोग मिल चुके हैं।5. झुंझुनूं (23) : 3 इलाके सर्वाधिक संवेदनशील, यहां 19 मरीज मिले हैंइटली के पर्यटकों के मंडावा से होकर निकलने से बाद से ही मंडावा, गुढ़ागौड़ जी और खेतड़ी हाॅट स्पाॅट बने हुए हैं। इन तीनों इलाकों से 19 पाॅजिटिव मिले हैं। खेतड़ी से चार पाॅजिटिव आने से तांबा नगर के नाम से प्रसिद्ध इलाके में खौफ है। मंडावा और गुढ़ागौड़ जी के लोगों को पर्यटकों से संक्रमण संभव है। कुछ लोग मिडल ईस्ट से भी आए। तब्लीगी जमात के भी लोग मिले हैं। इन्हें मिलाकर 23 लोगों के संक्रमण से करीब 400 लोगों को होम आइसोलेशन या क्वारेन्टाइन किया गया है।6. जयपुर (100) : ओमान से लौटे एक व्यक्ति ने 92 को रोग बांटाजयपुर के रामगंज के एक युवक के ओमान से आने के बाद 17 मार्च से 24 मार्च तक वह क्वारैन्टाइन में नहीं रहा और संक्रमण फैलाता रहा। अब तक उसी के कारण दूसरे उसी इलाके के पॅाजिटिव युवक, उसके परिजन और रिश्तेदार और संपर्क वाले 92 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। इन 90 ने आगे किन-किनको संक्रमित किया, इस दायरे में 2.6 लाख लोग बताए जा रहे हैं। इसकारण रामगंज अकेला हाॅट स्पाॅट बन चुका है। इसने रामगंज के पांच किमी के चारदीवारी को महाकर्फ्यू की तरफ धकेल दिया है। इसमें तबलीगी के लोग भी कुछ शामिल हैं।7. टोंक (18) : तब्लीगी जमात के लोगों से ही यहां पहली बार संक्रमण पहुंचासारा संक्रमण तब्लीगी जमात के लोगों के टोंक पहुंचने से फैला। अब तक 18 लोग पाॅजीटिव सामने आए। इनमें 13 तब्लीगी जमात के ही है। 5 उनके परिजन या जानकार है। टोंक का नोसे मियां का पुल, धन्ना तलाई और रजबन इलाका हाॅट स्पाॅट बना हुआ हैं। इन्हीं इलाकों में तबलीगी जमात के लोग आए और परिजन या मिलने वालों में संक्रमण फैला। अब तक टोंक में 143 लोगों को क्वारैन्टाइन किया गया है।