देश / कोरोनाः डॉक्टरों ने खोजा नया लक्षण, पैरों के रास्ते हमला करता है वायरस

अभी तक आप कोरोना वायरस के जिन लक्षणों के बारे में जानते थे, उनमें प्रमुख थे खांसी, बुखार, थकान, फ्लू, जुकाम या फिर कुछ एलर्जी। लेकिन अब यूरोप के डॉक्टरों ने अपने यहां कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना वायरस का नया लक्षण देखा है। नए लक्षणों को खोजना हमेशा से एक कठिन काम रहा है। लेकिन इस बार यूरोपियन डॉक्टर्स ने ऐसा कर दिखाया है।

AajTak : Apr 17, 2020, 09:13 AM
कोरोना वायरस: अभी तक आप कोरोना वायरस के जिन लक्षणों के बारे में जानते थे, उनमें प्रमुख थे खांसी, बुखार, थकान, फ्लू, जुकाम या फिर कुछ एलर्जी। लेकिन अब यूरोप के डॉक्टरों ने अपने यहां कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना वायरस का नया लक्षण देखा है। नए लक्षणों को खोजना हमेशा से एक कठिन काम रहा है। लेकिन इस बार यूरोपियन डॉक्टर्स ने ऐसा कर दिखाया है।

इन सामान्य लक्षणों के अलावा बीच में डॉक्टरों ने बताया था कि कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति की सूंघने की क्षमता कम या खत्म हो जाती है। लेकिन इस बार जो लक्षण बताया जा रहा है वह बेहद दर्दनाक और भयावह है।

यूरोपीय डॉक्टरों ने अपने यहां इलाज करा रहे कोरोना से ग्रसित मरीजों के पैरों में छोटे-छोटे घाव (Lesions) को खोजा है। डॉक्टरों का कहना है कि यूरोप में भर्ती हो रहे ज्यादातर मरीजों के पैर में ये छोटे घाव देखने को मिल रहे हैं।

कोरोना मरीजों के पैरों की उंगलियों के ऊपर, उंगलियों के बीच में या फिर पैर के तलवे में ये छोटे-छोटे लाल या गुलाबी रंग के घाव देखने को मिल रहे हैं। हालांकि, ये घाव मरीज के ठीक होते ही गायब भी हो जा रहे हैं। इसके लिए अलग से उपचार की जरूरत नहीं पड़ रही है। 

स्पेन में डॉक्टरों के संगठन जनरल काउंसिल ऑफ कॉलेजेस ऑफ पोडियाट्रिस्ट (CGCOP) का कहना है कि यह कोरोना वायरस के होने का एक प्रमुख निशान है। इसे बीमारी आने से ठीक पहले का प्रमुख लक्षण माना जा सकता है। पोडियाट्रिस्ट यानी जो पैरों से संबंधित बीमारियों का इलाज करता हो।

CGCOP के डॉक्टरों का कहना है कि सबसे पहले पैर में अगर छोटे-छोटे लाल या गुलाबी घाव दिखने लगे तो समझ जाना चाहिए कि कोरोना वायरस का हमला होने वाला है। इसके ठीक बाद वो सारे लक्षण दिखने लगेंगे जो कोरोना वायरस के संक्रमण पर होते हैं। \

यूरोप के डॉक्टरों द्वारा खोजा गया है ये नया लक्षण मेडिकल स्टाफ के लिए एक वरदान बनकर सामने आ सकता है। CGCOP ने कहा है कि हम चाहते हैं कि इस लक्षण के बारे में पूरी दुनिया को पता चले। ताकि दुनियाभर के डॉक्टर सिर्फ खांसी, बुखार और सांस की दिक्कतों तक ही सीमित न रहें। 

CGCOP के डॉक्टरों ने कहा है कि हमें यह लक्षण यूरोप के ज्यादातर मरीजों में देखने को मिला है। जिन मरीजों में यह लक्षण दिखाई दिया है, वे सभी पुख्ता तौर पर कोरोना संक्रमित थे। 

फिलहाल, स्पेन समेत यूरोप के अन्य डॉक्टर कोरोना वायरस से इंसानी शरीर पर होने वाले असर, लक्षणों की खोज में लगे हैं। आपको बता दें कि स्पेन में इस समय 1।82 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से बीमार हैं। जबकि, 19 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।