AajTak : Jun 23, 2020, 02:58 PM
Coronavirus Medicine: पतंजलि के बाबा रामदेव ने कोरोना पर दवा बनाने का दावा किया है। मंगलवार को बाबा रामदेव ने हरिद्वार में कोरोनिल दवा की लॉन्चिंग की। इस मौके पर बाबा रामदेव ने कहा कि दवा का हमने दो ट्रायल किया था। पहला- क्लिनिकल कंट्रोल स्टडी, दूसरा- क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल।बाबा रामदेव ने कहा कि दिल्ली से लेकर कई शहरों में हमने क्लिनिकल कंट्रोल स्टडी किया। इसके तहत हमने 280 रोगियों को सम्मिलित किया। क्लिनिकल स्टडी के रिजल्ट में 100 फीसदी मरीजों की रिकवरी हुई और एक भी मौत नहीं हुई। कोरोना के सभी चरण को हम रोक पाएं। दूसरे चरण में क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल किया गया।बाबा रामदेव ने दावा किया कि 100 लोगों पर क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल की स्टडी की गई। 3 दिन के अंदर 69 फीसदी रोगी रिकवर हो गए, यानी पॉजिटिव से निगेटिव हो गए। यह इतिहास की सबसे बड़ी घटना है। सात दिन के अंदर 100 फीसदी रोगी रिकवर हो गए। हमारी दवाई का सौ फीसदी रिकवरी रेट है और शून्य फीसदी डेथ रेट है।
बाबा रामदेव ने कहा कि क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल को लेकर बहुत से अप्रूवल लेने होते हैं। इसके लिए एथिकल अप्रूवल लिया, फिर सीटीआईआर का अप्रूवल और रजिस्ट्रेशन कराया गया। भले ही लोग अभी हमसे इस दावे पर प्रश्न करें, हमारे पास हर सवाल का जवाब है। हमने सभी वैज्ञानिक नियमों का पालन किया है।#आयुर्वेदविजय_कोरोनिल_श्वासारि#कोरोना की एविडेंस बेस्ड प्रथम #आयुर्वेदिक औषधि, #श्वासारि_वटी ,#कोरोनिल का संपूर्ण साइंटिफिक डॉक्यूमेंट के साथ #पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से पूज्य @yogrishiramdev जी और पूज्य @Ach_Balkrishna जी का 12 बजे लॉन्चिंग व लाइव प्रेस वार्ता pic.twitter.com/BbEqQxbn0S
— Patanjali Dairy (@PatanjaliDairy) June 23, 2020
बाबा रामदेव ने कहा कि इस दवाई को बनाने में सिर्फ देसी सामान का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें मुलैठी-काढ़ा समेत कई चीज़ों को डाला गया है। साथ ही गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी, श्वासरि का भी इस्तेमाल किया गया। आयुर्वेद से बनी इस दवाई को अगले सात दिनों में पतंजलि के स्टोर पर मिलेगी। इसके अलावा सोमवार को एक ऐप लॉन्च किया जाएगा।#आयुर्वेदविजय_कोरोनिल_श्वासारि#कोरोना की एविडेंस बेस्ड प्रथम #आयुर्वेदिक औषधि, #श्वासारि_वटी ,#कोरोनिल का संपूर्ण साइंटिफिक डॉक्यूमेंट के साथ #पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से लॉन्चिंग व लाइव प्रेस वार्ता-https://t.co/tpoLAOMLI0
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) June 23, 2020