Zee News : Apr 25, 2020, 12:10 PM
नई दिल्ली: चीन (China) से खराब कोविड रैपिड टेस्ट किट (Covid Rapid Test Kit) मिलने के बाद भारत ने दक्षिण कोरिया (South Korea) को 9।5 लाख कोविड किट का ऑर्डर दिया है। इस कंपनी की एक सहायक कंपनी मानेसर में किट बनाने की शुरुआत करेगी। आपको बता दें कि भारत ने चीन से 7 लाख कोविड रैपिड टेस्ट किटें मंगवाई थीं जिनकी गुणवत्ता काफी खराब है। इसे लेकर राज्यों से शिकायत मिलने के बाद भारत सरकार ने किटों को चीन वापस भेजने का फैसला लिया है।
हमारे राजनयिक संवाददाता सिद्धांत सिब्बल से बात करते हुए, दक्षिण कोरिया की भारतीय दूत श्रीप्रिया रंगनाथन ने कहा कि इसका उद्देश्य 'सबसे सही कीमत, सबसे सही गुणवत्ता और सबसे कम समय में डिलिवरी लेना है'। उन्होंने कहा कि भारतीय विदेश सचिव, कोरियाई उप विदेश मंत्री और इंडो पैसिफिक देशों के बाकी सदस्य हर सप्ताह संकट से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर बात करते हैं। ये हैं बातचीत के प्रमुख अंश।।।
सवाल: दक्षिण कोरिया में भारतीय दूतावास किस तरह भारतीय नागरिकों की देखभाल कर रहा है?
जवाब: सियोल में हमारा दूतावास कोरिया में महामारी के शुरुआत से ही भारतीय समुदाय के साथ लगातार जुड़ा रहा है। दक्षिण कोरिया में हमारे 13000 लोग हैं, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र हैं। कोरियाई सरकार की सलाह को ध्यान में रखते हुए हमने सोशल डिस्टेंसिंग और यात्रा आदि से बचने पर ध्यान दिया है। अपने समुदाय से हमेशा संपर्क में रहने के लिए हमने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का सहारा लिया है। अधिकारी हमारे सभी सामुदायिक संघों के प्रतिनिधि और छात्र संघ के नेताओं के साथ हर सप्ताह वीडियो कॉन्फ्रेंस करते हैं, ताकि हम उन्हें कोरियाई सरकार से समय-समय पर आने वाली सलाह के बारे में बता सकें और हम ये भी जान सकें कि वो किस तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। हमने उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनकी परेशानी के समय हम उनके साथ हैं। मुझे लगता है कि हम अपने लोगों को यह विश्वास दिलाने में कामयाब रहे हैं कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। कोरिया में हमारे अपने समुदाय से कोई भी पॉजिटिव केस अब तक नहीं मिला है। हम अपने समुदाय के उन लोगों की सहायता करते रहे हैं जिन्हें मास्क और हैंड सैनिटाइजर की जरूरत है।
हमारे राजनयिक संवाददाता सिद्धांत सिब्बल से बात करते हुए, दक्षिण कोरिया की भारतीय दूत श्रीप्रिया रंगनाथन ने कहा कि इसका उद्देश्य 'सबसे सही कीमत, सबसे सही गुणवत्ता और सबसे कम समय में डिलिवरी लेना है'। उन्होंने कहा कि भारतीय विदेश सचिव, कोरियाई उप विदेश मंत्री और इंडो पैसिफिक देशों के बाकी सदस्य हर सप्ताह संकट से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर बात करते हैं। ये हैं बातचीत के प्रमुख अंश।।।
सवाल: दक्षिण कोरिया में भारतीय दूतावास किस तरह भारतीय नागरिकों की देखभाल कर रहा है?
जवाब: सियोल में हमारा दूतावास कोरिया में महामारी के शुरुआत से ही भारतीय समुदाय के साथ लगातार जुड़ा रहा है। दक्षिण कोरिया में हमारे 13000 लोग हैं, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र हैं। कोरियाई सरकार की सलाह को ध्यान में रखते हुए हमने सोशल डिस्टेंसिंग और यात्रा आदि से बचने पर ध्यान दिया है। अपने समुदाय से हमेशा संपर्क में रहने के लिए हमने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का सहारा लिया है। अधिकारी हमारे सभी सामुदायिक संघों के प्रतिनिधि और छात्र संघ के नेताओं के साथ हर सप्ताह वीडियो कॉन्फ्रेंस करते हैं, ताकि हम उन्हें कोरियाई सरकार से समय-समय पर आने वाली सलाह के बारे में बता सकें और हम ये भी जान सकें कि वो किस तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। हमने उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनकी परेशानी के समय हम उनके साथ हैं। मुझे लगता है कि हम अपने लोगों को यह विश्वास दिलाने में कामयाब रहे हैं कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। कोरिया में हमारे अपने समुदाय से कोई भी पॉजिटिव केस अब तक नहीं मिला है। हम अपने समुदाय के उन लोगों की सहायता करते रहे हैं जिन्हें मास्क और हैंड सैनिटाइजर की जरूरत है।