कोरोना अलर्ट / साउथ कोरिया में हुई कोरोना की वापसी तो निशाने पर आ गए समलैंगिक

AajTak : May 11, 2020, 12:08 PM
दक्षिण कोरिया: में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बाद 'एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी' के लोगों को भेदभाव का डर सताने लगा है। यहां सियोल के एक इलाके में 31 वर्षीय व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिसके तार राजधानी में एलजीबीटी समुदाय के तीन अलग-अलग नाइट क्लबों से जुड़े थे।

द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना संक्रमित इस व्यक्ति के संपर्क में आए 14 अन्य लोग शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये खबर मीडिया में बड़ी तेजी से फैल रही है। द। कोरिया में पिछले 24 घंटों में 34 नए मामले सामने आए हैं। पिछले 30 दिनों में एक दिन में सामने आए यह सबसे ज्यादा मामले हैं। कोरोना फैलने की वजह से एलजीबीटी समुदाय निशाने पर आ गया है और लोग इनके खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

बता दें कि पिछले काफी समय से द। कोरियाई सरकार के महामारी से निपटने वाले 'ट्रैक एंड ट्रेस' मॉडल की काफी प्रशंसा हो रही थी। कोरोना के मामले घटाने के लिए सरकार टेस्टिंग और आइसोलेशन को काफी गंभीरता से ले रही थी, खासतौर से उन लोगों की कड़ी निगरानी की जा रही थी जो बाहर से देश की सीमा में दाखिल हुए थे।

समलैंगिक समुदाय के लोगों ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति की खबरें मीडिया में आने के बाद उन्हें काफी डर लगने लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स से उन्हें पता चला कि संक्रमित व्यक्ति देश की राजधानी में मौजूद इटेवोन के एक नाइट क्लब में गया था।

द। कोरिया में समलैंगिकता गैर-कानूनी नहीं है, लेकिन भेदभाव कायम है। कोरिया में समलैंगिक वर्ग के ज्यादातर लोग परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों से अपनी सेक्सुएलिटी को छिपाए रखने का विकल्प चुनते हैं

स्वास्थ्य अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पिछले वीकेंड पर करीब 1,500 लोग इन क्लबों में गए थे। अब प्रशासन क्लब में आए सभी लोगों की जांच में जुट गया है

सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, 'दक्षिण कोरिया मूर्ख बनने की कगार पर निकल पड़ा है। यहां होमोफोबिया के कारण लोगों को जान गंवानी पड़ सकती है, क्योंकि डेटिंग ऐप्स पर समलैंगिक वर्ग के लोगों को जान से मारने तक की धमकियां मिलने लगी हैं। रोजाना सामने आ रहे एक-एक मामले पर हम काफी अच्छा काम कर रहे थे।''

37 वर्षीय आईटी इंजीनियर जैंग यू मियुंग ने बताया कि महीनों दूर रहने के बाद वह इन क्लबों में गया था। अब यदि वह कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसकी नौकरी जाने का खतरा है।

आईटी इंजीनियर ने बताया कि वह एक रेगुलर कोरियन कंपनी में काम करता है, जो समलैंगिकता के सख्त खिलाफ है। उसने बताया कि उसके बॉस और सहकर्मी सोचते हैं कि समलैंगिक वर्ग के लोगों को गैस चैंबर में मौत की सजा दे देनी चाहिए।

जैंग यू ने कहा, 'अगर मेरे ऑफिस वालों को इस बात की भनक लगती है कि मैं भी उस क्लब में गया था तो वो मेरी जिंदगी नर्क बना देंगे। ऐसे में मेरे पास नौकरी छोड़ने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं होगा।


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