AajTak : Apr 08, 2020, 04:41 PM
कोरोना वायरस से दुनियाभर के देशों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। वहीं, इस जानलेवा वायरस के विकराल रूप लेने के बाद उत्तर कोरिया में अभी तक एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है। कोरोना का एक भी पॉजिटिव मामला सामने न आने के बावजूद देश में इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है
अंग्रेजी वेबसाइट द एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया में कोरोना का अभी तक एक भी मामला देखने को नहीं मिला है। इसके बावजूद यहां पिछले दो हफ्तों से लोगों को कोरोना से रोकथाम के प्रति जागरूक किया जा रहा है। हाल ही में एक एडवाइजरी जारी कर लोगों को कोरोना वायरस से बचने के तरीके बताए गए हैं। इतना ही नहीं, लोगों को एंटीवायरल जैसे सामान्य ड्रग भी आंख मूंदकर न लेने की सलाह दी जा रही है। डॉक्टर्स से राय लेने के बाद ही कोई कदम उठाने के लिए कहा गया है।
कोरोना वायरस उन लोगों पर जल्दी शिकंजा कसता है जिनके इम्यून सिस्टम की हालत सही नहीं है। इसे देखते हुए नॉर्थ कोरिया में लोगों को वो सभी सुरक्षित तरीके अपनाने के लिए कहा है जिनसे इम्यूनिटी बेहतर होती है।
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे इम्यून पर बुरा असर डालने वाले एल्कोहल का सेवन न करें। साथ ही इम्यून सिस्टम को सुधारने के लिए पारंपरिक तौर-तरीकों (ट्रेडिशनल रेमेडीज) अपनाने का आग्रह किया है।मिसाल के तौर पर, लोगों को लहसुन, प्याज और शहद जैसी चीजें डाइट में शामिल करने का मशविरा दिया जा रहा है। इसके अलावा सीडीसी और डब्ल्यूएचओ जैसी विशिष्ट संस्थाओं द्वारा बताई गई गाइडलाइंस जैसे- मास्क पहनना, हाथ धोना या एंटीबायोटिक्स मेडिसिन से बचने जैसी बातों पर अमल करने के लिए कहा गया है।हालांकि, जिस दौर में पूरी दुनिया कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है वहां नॉर्थ कोरिया पर इस महामारी का बिल्कुल असर न दिखना संदेह भी पैदा करता है।पिछले सप्ताह से तो पूरे विश्व में कोरोना की रफ्तार और ज्यादा तेज हो गई है। दुनियाभर में कोरोना के 14 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 80,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।नॉर्थ कोरिया के कोरोना मुक्त होने के पीछे तानाशाह किम जोंग की भी बड़ी भागीदारी रही है। कोरोना वायरस का जनवरी में पहला मामला सामने आते ही नॉर्थ कोरिया ने अपने बॉर्डर्स को सील करने का फैसला कर लिया था। साथ ही इसे लेकर काफी सख्ती कर दी थी।
अंग्रेजी वेबसाइट द एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया में कोरोना का अभी तक एक भी मामला देखने को नहीं मिला है। इसके बावजूद यहां पिछले दो हफ्तों से लोगों को कोरोना से रोकथाम के प्रति जागरूक किया जा रहा है। हाल ही में एक एडवाइजरी जारी कर लोगों को कोरोना वायरस से बचने के तरीके बताए गए हैं। इतना ही नहीं, लोगों को एंटीवायरल जैसे सामान्य ड्रग भी आंख मूंदकर न लेने की सलाह दी जा रही है। डॉक्टर्स से राय लेने के बाद ही कोई कदम उठाने के लिए कहा गया है।
कोरोना वायरस उन लोगों पर जल्दी शिकंजा कसता है जिनके इम्यून सिस्टम की हालत सही नहीं है। इसे देखते हुए नॉर्थ कोरिया में लोगों को वो सभी सुरक्षित तरीके अपनाने के लिए कहा है जिनसे इम्यूनिटी बेहतर होती है।
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे इम्यून पर बुरा असर डालने वाले एल्कोहल का सेवन न करें। साथ ही इम्यून सिस्टम को सुधारने के लिए पारंपरिक तौर-तरीकों (ट्रेडिशनल रेमेडीज) अपनाने का आग्रह किया है।मिसाल के तौर पर, लोगों को लहसुन, प्याज और शहद जैसी चीजें डाइट में शामिल करने का मशविरा दिया जा रहा है। इसके अलावा सीडीसी और डब्ल्यूएचओ जैसी विशिष्ट संस्थाओं द्वारा बताई गई गाइडलाइंस जैसे- मास्क पहनना, हाथ धोना या एंटीबायोटिक्स मेडिसिन से बचने जैसी बातों पर अमल करने के लिए कहा गया है।हालांकि, जिस दौर में पूरी दुनिया कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है वहां नॉर्थ कोरिया पर इस महामारी का बिल्कुल असर न दिखना संदेह भी पैदा करता है।पिछले सप्ताह से तो पूरे विश्व में कोरोना की रफ्तार और ज्यादा तेज हो गई है। दुनियाभर में कोरोना के 14 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 80,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।नॉर्थ कोरिया के कोरोना मुक्त होने के पीछे तानाशाह किम जोंग की भी बड़ी भागीदारी रही है। कोरोना वायरस का जनवरी में पहला मामला सामने आते ही नॉर्थ कोरिया ने अपने बॉर्डर्स को सील करने का फैसला कर लिया था। साथ ही इसे लेकर काफी सख्ती कर दी थी।