Jansatta : Mar 25, 2020, 04:40 PM
Ration hoarding due to coronavirus: देश भर की राशन की दुकानों पर पिछले कुछ दिनों से भीड़ की स्थिति है और लोग जरूरत की चीजों को पर्याप्त मात्रा में जमा कर लेना चाहते हैं। सब्जी, आटा, दाल, दूध और अंडों समेत तमाम चीजों को लेकर यही स्थिति है। लेकिन, कोरोना के संकट के चलते खौफ का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि आम लोग ही नहीं बल्कि कई देशों की सरकारें भी राशन जमा करने के काम में जुटी हैं।दरअसल कोरोना के चलते लॉकडाउन की स्थिति कब खत्म होगी, इसे लेकर कोई साफ तौर पर कुछ भी कह नहीं पा रहा है। ऐसे में लंबे समय तक गरीबों के लिए राशन की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तमाम देशों की सरकारें राशन जुटाने में लगी हैं और निर्यात को बंद कर दिया है। गेहूं, गाजर, चीनी और आलू जैसी खाद्य वस्तुओं के एक्सपोर्ट के मामले में अग्रणी देश कजाखस्तान ने निर्यात पर बैन लगा दिया है।ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सर्बिया ने सूरजमुखी के तेल और अन्य वस्तुओं के एक्सपोर्ट को अनिश्चितकाल के लिए बैन कर दिया है। इसके अलावा रूस हर सप्ताह स्थिति की निगरानी के लिए मीटिंग कर रहा है। आर्थिक जानकार इसे फूड नेशनलिज्म की स्थिति करार दे रहे हैं। गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से मंगलवार रात को 8 बजे देश भर में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद लोग बड़ी संख्या में राशन की दुकानों पर पहुंचे और बड़े पैमाने पर जरूरी सामानों की खरीद करते दिखे।