News18 : Apr 23, 2020, 06:00 PM
नई दिल्ली। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च/आईसीएमआर (ICMR) ने सरकार की ओर से दैनिक प्रेस वार्ता में कहा कि कोरोना वायरस (CoronaVirus) की चुनौती को लेकर हमारा मूलमंत्र है जिंदगी कैसे बचाएं। इसको लेकर हम टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। आईसीएमआर के मुताबिक भारत में 5 लाख टेस्ट करने पर 20 हजार टेस्ट पॉजिटिव आए हैं। जबकि अमेरिका (America) में 5 लाख टेस्ट पर 80 हजार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है।
हम 5 लाख से अधिक टेस्ट कर चुके हैं: आईसीएमआर
आईसीएमआर के निदेशक डॉ। सीके मिश्रा ने कहा कि 23 मार्च तक हमने 14,915 टेस्ट किए और 22 अप्रैल तक हमने 5 लाख से अधिक टेस्ट किए हैं। अगर इसकी गणना की जाए तो यह 30 दिनों में लगभग 33 गुना होता है। हालांकि ये पर्याप्त नहीं है। इस देश में रैंप टेस्ट करने की आवश्यकता है।आईसीएमआर ने कहा कि हम कोरोना के ट्रांसमिशन में कटौती, कोरोना के प्रसार को रोकने और मामलों की संख्या डबल होने की दर को बढ़ने से रोकने में सक्षम हैं। हमने भविष्य के लिए खुद को तैयार करने के लिए इस समय का उपयोग किया है।
लॉकडाउन को एक महीना पूरा हुआ
आईसीएमआर ने कहा कि आज लॉकडाउन का एक महीना पूरा हो गया है। हमने टेस्टिंग को कोरोना के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है। हम लगातार टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। हालांकि हमारी रणनीति काम कर रही है।देश में 3777 कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल
आईसीएमआर ने कहा कि लोगों को अस्पताल न आना पड़े यही हमारा लक्ष्य है। कोरोना डेडिकेटेड अस्पतालों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना के कुल 3,777 अस्पताल तैयार हैं। इसमें आइसोलेशन बेड 1,94,026 और 24,644 आईसीयू बेड हैं।गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था की गति को बनाए रखने के लिए कृषि कार्यों की अनुमति दी गयी है। वरिष्ठ नागरिकों की बैक साइड अटेंडेंट और देखभाल सेवाओं को प्रतिबंधों से छूट दी गई है।
इसके अलावाव प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज की दुकानों को छूट दी गई है। शहरों में दूध और ब्रेड फैक्ट्रियों को छूट दी गई है। दाल और आटा मिलों में काम की छूट दी गई है। किताब और बिजली की दुकानों को भी छूट दी गई है।
हम 5 लाख से अधिक टेस्ट कर चुके हैं: आईसीएमआर
आईसीएमआर के निदेशक डॉ। सीके मिश्रा ने कहा कि 23 मार्च तक हमने 14,915 टेस्ट किए और 22 अप्रैल तक हमने 5 लाख से अधिक टेस्ट किए हैं। अगर इसकी गणना की जाए तो यह 30 दिनों में लगभग 33 गुना होता है। हालांकि ये पर्याप्त नहीं है। इस देश में रैंप टेस्ट करने की आवश्यकता है।आईसीएमआर ने कहा कि हम कोरोना के ट्रांसमिशन में कटौती, कोरोना के प्रसार को रोकने और मामलों की संख्या डबल होने की दर को बढ़ने से रोकने में सक्षम हैं। हमने भविष्य के लिए खुद को तैयार करने के लिए इस समय का उपयोग किया है।
लॉकडाउन को एक महीना पूरा हुआ
आईसीएमआर ने कहा कि आज लॉकडाउन का एक महीना पूरा हो गया है। हमने टेस्टिंग को कोरोना के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है। हम लगातार टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। हालांकि हमारी रणनीति काम कर रही है।देश में 3777 कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल
आईसीएमआर ने कहा कि लोगों को अस्पताल न आना पड़े यही हमारा लक्ष्य है। कोरोना डेडिकेटेड अस्पतालों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना के कुल 3,777 अस्पताल तैयार हैं। इसमें आइसोलेशन बेड 1,94,026 और 24,644 आईसीयू बेड हैं।गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था की गति को बनाए रखने के लिए कृषि कार्यों की अनुमति दी गयी है। वरिष्ठ नागरिकों की बैक साइड अटेंडेंट और देखभाल सेवाओं को प्रतिबंधों से छूट दी गई है।
इसके अलावाव प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज की दुकानों को छूट दी गई है। शहरों में दूध और ब्रेड फैक्ट्रियों को छूट दी गई है। दाल और आटा मिलों में काम की छूट दी गई है। किताब और बिजली की दुकानों को भी छूट दी गई है।