स्पोर्ट्स / आखिरी ओवर में गुप्टिल का थ्रो बल्ले से लगकर चौका जाने पर स्टोक्स बोले- इसका अफसोस जिंदगीभर रहेगा

Dainik Bhaskar : Jul 15, 2019, 10:04 AM
खेल डेस्क. इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर वर्ल्ड कप 2019 को जीत लिया। मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 241 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम भी 50 ओवर में 241 रन ही बना सकी। इसके बाद हुए सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने 15-15 रन बना दिए। जिसके बाद मैच में ज्यादा बाउंड्री लगाने के कारण से इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया। मैच के बाद हुई अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान विजेता टीम के कप्तान इयॉन मॉर्गन ने सुपरओवर खेलने वाले बल्लेबाजों को जीत का श्रेय दिया। तो वहीं न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स के बैट से लगकर ओवर-थ्रो पर गए चार रन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए क्रिकेट में ऐसी घटना दोबारा नहीं होने की बात कही। उधर स्टोक्स ने भी इस घटना को लेकर कहा कि उन्हें जिंदगी भर इसका अफसोस रहेगा।

स्टोक्स ने कहा, 'मेरे पास शब्द नहीं हैं। पिछले चार सालों के दौरान हमने जितनी भी कड़ी मेहनत की और इतने जबरदस्त मैच के साथ उसे हकीकत में उसके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। हमारा समर्थन करने के लिए सबको धन्यवाद। जोस के साथ साझेदारी के दौरान हम लगातार बात कर रहे थे और इस दौरान रन रेट को भी संभाल रखा था। आखिरी ओवर में जब बॉल बल्ले से लगकर चौके के लिए चली गई थी, तब मैंने विलियम्सन से इसके लिए माफी भी मांगी थी। मैंने उनसे कहा था मैं इसके लिए जिंदगीभर माफी मांगता रहूंगा।'

विलियम्सन ने कहा- हमारे गेंदबाजों ने बल्लेबाजों पर काफी दबाव बनाया

न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने कहा, 'हम 10-20 रन और बनाना चाहते थे, लेकिन विश्व कप के फाइनल में इतना स्कोर भी अच्छा रहता है। हमारे गेंदबाजों ने बल्लेबाजों पर काफी दबाव बनाया। जिसके चलते मैच आखिरी बॉल तक चला गया और इसके बाद अगले छोटे से मैच की आखिरी बॉल तक भी गया। कुल मिलाकर ये बेहद शानदार मैच था। ये शर्मनाक बात थी कि उस वक्त बॉल बेन स्टोक्स के बैट से टकरा गई थी, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि इतने नाजुक मौके पर ऐसा नहीं होना चाहिए था और आगे कभी ऐसा मौका नहीं आएगा। दुर्भाग्य से इस तरह की चीजें अक्सर होती रहती हैं। ये हमारे खेल का हिस्सा बन चुकी हैं। उम्मीद करूंगा कि आगे कभी ऐसा मौका नहीं आएगा।'

मॉर्गन ने कहा- प्लंकेट मुझे शांत कर रहे थे

इंग्लैंड के कप्तान इयॉन मॉर्गन ने कहा, 'खेल में काफी कुछ था, मैं केन और उनकी टीम के साथ सहानुभूति प्रकट करना चाहूंगा। उन्होंने जिस तरह से आखिरी वक्त खेल दिखाया वो प्रेरणा लेने लायक है। ये बेहद कठिन मैच था। विकेट पर रन बनाने में सबको दिक्कत हो रही थी। हमने कई विकेट गंवा दिए, लेकिन बटलर और स्टोक्स ने शानदार साझेदारी की। तब मुझे लग रहा था कि वे हमें संकट से निकाल देंगे और ऐसा ही हुआ। मैच के दौरान हम सबकी हालत खराब थी। मुश्किल हालातों में लियम प्लंकेट मुझे शांत कर रहा था। ये अच्छा संकेत नहीं है। हमारे कुछ खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ के कुछ सदस्य ना केवल हमारी टीम में बल्कि दुनिया में सबसे अच्छे हैं। उन्होंने हमें शांत रखने में सच में काफी मदद की। पूरा श्रेय सुपर ओवर खेलने वाले दोनों लड़कों (बेन स्टोक्स और जोस बटलर) को जाता है। वहीं आर्चर भी हर बार एक नए सुधार के साथ सामने आते हैं।'

आखिरी ओवर में गया था वो चौका

विलियम्सन और स्टोक्स ने जिस घटना का जिक्र किया वो आखिरी ओवर की चौथी बॉल पर हुई थी, जब इंग्लैंड को जीत के लिए 3 बॉल पर 9 रन बनाने थे। इसी वक्त बेन स्टोक्स ने मिड विकेट की ओर शॉट खेला और तेजी से एक रन लेने के बाद दूसरा रन पूरा करने के लिए स्ट्राइक एंड की तरफ डाइव लगा दी। तभी गुप्टिल का थ्रो आकर उनके बैट पर लग गया और बॉल बाउंड्री पार चली गई। इससे इंग्लैंड को बिना कुछ किए चार अतिरिक्त रन मिल गए थे। जो कि मैच का टर्निंग प्वाइंट बन गया।

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