दिल्ली / विदेश पढ़ने के लिए दलित छात्रों को छात्रवृत्ति देने की योजना लाएगी दिल्ली सरकार

Zoom News : Aug 04, 2019, 04:13 PM
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार करीब 100 दलित छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति देने की योजना ला रही है।

प्रतिभाशाली छात्र जो कला,कृषि, कानून, चिकित्सा और इंजीनियरिंग आदि के क्षेत्र में एम फिल और पीएचडी की पढ़ाई करना चाहते हैं, वे इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।

दिल्ली के एससी/एसटी मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने ‘भाषा’ को बताया कि जल्द ही इस प्रस्ताव को कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि सरकार करीब 100 अभ्यर्थियों को दो साल के पाठ्यक्रम के लिए 10 लाख रुपये और चार साल के पाठ्यक्रम के लिए 20 लाख रुपये की वित्तीय मदद मुहैया कराएगी।

गौतम ने बताया कि योजना का लाभ उठाने के लिए वार्षिक आय की सीमा छह लाख रुपये रखी जा सकती है।

मंत्री ने कहा, ‘‘ विदेश में उच्च शिक्षा हासिल करना महंगा है। हमारे पास ऐसे प्रतिभाशाली लोगों की कोई कमी नहीं है जिन्हें बराबर का मौका दिया जाए तो वे कुछ भी हासिल कर सकते हैं। ‘आप’ सरकार ने उनका हाथ थामने का फैसला किया है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ बड़ौदा रियासत के शासक सयाजी राव गायकवाड ने भीमराव आम्बेडकर की विदेश में पढ़ाई का खर्च उठाया था और उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया था। शेष आज इतिहास है।’’

गौरतलब है कि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भी हर साल अनुसूचित जातियों के 100 छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों में विज्ञान, इंजीनियरिंग, वाणिज्य, कला और समाज विज्ञान में परास्नातक और पीएचडी की पढ़ाई के लिए ‘राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना’ के तहत वित्तीय मदद करता है। यह मदद 15,400 डॉलर या करीब 10 लाख रुपये की होती है।

पिछले साल ‘आप’ सरकार ने जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत दलित छात्र विभिन्न परीक्षाओं के लिए मुफ्त में कोचिंग ले सकते हैं।

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