Coronavirus / इस शहर पर बरपने लगा है Corona का कहर, शव दफनाने के लिए कब्रिस्तान भी पड़ने लगे छोटे

News18 : Jul 07, 2020, 10:20 PM

नई दिल्ली। दिल्ली के सबसे बड़े कब्रिस्तान (Cemetery) में अब सुपुर्द-ए-खाक के लिए जमीन नहीं बची है। सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लग रहा है कि लेकिन कोरोना काल (Coronavirus) में यह एक हकीकत है। राजधानी दिल्ली में कोरोना से लगातार हो रही मौतों के बाद कब्रिस्तानों में भी जगह कम पड़ने लगी है। आईटीओ स्थित दिल्ली के सबसे बड़े कब्रिस्तान का भी यही हाल है। कोविड-19 की शुरुआत में इस कब्रिस्तान के 5 बीघा जमीन को कोरोना महामारी से मरने वाले लोगों के लिए आरक्षित किया गया था, लेकिन यहां पर पिछले एक-दो महीनों में इतने लोगों का दफनाया गया है कि 5 बीघा जमीन भी कम पड़ गयी है। कब्रिस्तान प्रबंधन ने बाद में इसका दायरा 9 बीघा तक कर दिया। अब कब्रिस्तान प्रबंधन का कहना है कि 9 बीघा जमीन भी भरने वाली है। प्रबंधन के मुताबिक कब्रिस्तान का एक हिस्सा तो पूरी तरह भर गया है, जबकि एक हिस्सा अभी तक नहीं भरा है। अगर यही हाल रहा तो जल्द ही पूरा हिस्सा भर जाएगा। इसके बारे में कब्रिस्तान प्रबंधन ने दिल्ली सरकार को भी पत्र लिखा है।

दिल्ली के सबसे बड़े कब्रिस्तान में शव दफनाने के लिए जगह नहीं

बता दें कि दिल्ली का सबसे बड़ा कब्रिस्तान आईटीओ में है। एक अनुमान के मुताबिक यह कब्रिस्तान 20 से भी ज्यादा एकड़ जमीन में फैला हुआ है। कोरोना काल में यहां पर अब तक हजारों मृतकों को सुपुर्द-ए-खाक किया जा चुका है। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद प्रबंधन ने यहां की 5 बीघा जमीन को सिर्फ कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित किया था। बाद में इसको बढ़ा कर 9 बीघा कर दिया था।अब कब्रिस्तान के 85 फीसदी से भी ज्यादा हिस्सा भर चुका है। कब्रिस्तान प्रबंधन अब इसको लेकर चिंतित नजर आ रहा है।

पिछले ही दिनों प्रबंधन ने दिल्ली सरकार को कहा था कि उनके यहां अब ज्यादा शव नहीं भेजे जाएं। इस कब्रिस्तान में आमतौर पूरे दिल्ली के लोग आते हैं। सेंट्र्ल दिल्ली, साउथ दिल्ली, ईस्ट दिल्ली के साथ-साथ दिल्ली के बड़े-बड़े अस्पतालों से सुपुर्दे-ए-खाक के लिए लाए जाते हैं।

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