Vikrant Shekhawat : Jun 19, 2021, 07:14 AM
जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में सबसे पहले मिले कोरोना वायरस के वैरिएंट डेल्टा को लेकर अहम बयान दिया है. डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने शुक्रवार को कहा है कि डेल्टा वैरिएंट कोरोना वायरस बीमारी के विश्व स्तर पर फैलने का प्रमुख कारण बन रहा है. संगठन द्वारा 15 जून को जारी किए गए कोविड-19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट के अनुसार, डेल्टा वैरिएंट अब दुनियाभर के लगभग 80 देशों में पाया जा चुका है. वहीं, 12 अन्य देश इस समय बी.1.617 के पता लगने की रिपोर्ट कर रहे हैं. डेल्टा वैरिएंट (बी.1.617.2) सबसे पहले पिछले साल अक्टूबर महीने में भारत में पाया गया था.चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने जिनेवा में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, "जो वैरिएंट अब फैल रहे हैं, उसकी वजह से पूरे हालात काफी गतिशील हैं और डेल्टा वैरिएंट विश्व स्तर पर प्रमुख वैरिएंट बनने की राह पर है." सौम्या का यह बयान पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) के उस आंकड़े के बाद आया है, जिसमें बताया गया है कि ब्रिटेन में एक हफ्ते में डेल्टा वैरिएंट के संक्रमित मामलों में 33,630 की उछाल आई है, जबकि पूरे ब्रिटेन में इस वैरिएंट के कुल मामले 75,953 हैं. ब्रिटेन में अब ज्यादातर नए मामले डेल्टा वैरिएंट के ही सामने आ रहे हैं और तेजी से यह वैरिएंट फैल रहा है.माना जा रहा है कि डेल्टा वैरिएंट के ब्रिटेन में तेजी से फैलने की वजह से ही अनलॉक की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा दिया गया था. पहले जहां ब्रिटेन में इसी महीने से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने वाली थी, तो कोरोना के मामलों में तेजी आने की वजह से इसे जुलाई तक के लिए टाल दिया गया. वहीं, इसके प्रभाव से बचने के लिए वैक्सीनेशन अभियान को भी तेज कर दिया गया है.जिनेवा में, स्वामीनाथन ने कहा कि अलग-अलग देशों में अलग-अलग टीकों की प्रभावशीलता पर अच्छी तरह से डिजाइन किए गए अध्ययनों से ज्यादा डेटा की जरूरत है. बता दें कि डेल्टा वैरिएंट सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि अमेरिका, सिंगापुर समेत अन्य कई देशों में भी तेजी से फैल रहा है. भारत में भी कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट ने पिछले दिनों काफी तबाही मचाई थी और बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित किया था.