Live Hindustan : Jan 05, 2020, 02:25 PM
महाराष्ट्र की उद्धव सरकार में विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। अजीत पवार राज्य के वित्तमंत्री जबकि अनिल देशमुख गृहमंत्री बनाए गए हैं। इससे पहले, राज्यपाल बीसी कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तरफ से भेजे गए विभागों को आवंटन प्रस्ताव सूची पर अपनी मुहर लगा दी। शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा को ज्यादातर महत्त्वपूर्ण विभाग मिले।आइये देखते हैं महाराष्ट्र में किसकों कौन सा विभाग मिला है-
एनसीपी-
नवाब मलिक- अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय, वक्फ बोर्ड, कौशल विकास एवं उद्यमिता
अनिल देशमुख- गृह विभाग
अजित पवार- वित्त मंत्रालय
छगन भुजबल- उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय
बालासाहेब पाटिल- सहकार
धनंजय मुंडे- सामाजिक न्याय मंत्री
जितेंद्र अवहाद- आवास मंत्रालय
दिलीप वाल्से पाटिल- आबकारी एवं श्रम
जयंत पाटिल- जल संसाधन विकास एवं कमान क्षेत्र विकास
राजेंद्र शिंगने- खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग
राजेश तोपे- लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग
हसन मुशरिफ- ग्रामीण विकास
कांग्रेस-
अशोक चव्हाण को पीडब्ल्यूडी मंत्रालय
बालासाहेब थोराट- राजस्व मंत्रालय
नितिन राउत- ऊर्जा
केसी पाडुवी, आदिवासी विकास
वर्षा गायकवाड़- स्कूली शिक्षण
यशोमति ठाकुर- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
सुनील केदार- डेयरी विकास विभाग, युवा एवं खेल कल्याण विभाग
विजय वडेट्टीवार- ओबीसी कल्याण और नमक भूमि विकास
अमित देशमुख- चिकित्सकीय शिक्षा एवं संस्कृति
के सी पाडवी- जनजातीय विकास
असलम शेख- कपड़ा, मत्स्य एवं बंदरगाह विकास मंत्रालय
शिवसेना-
आदित्य ठाकरे- पर्यावरण और पर्यटन मंत्रालय
दादा भुसे- कृषि एवं सेवानिवृत्त कर्मी कल्याण विभाग
सुभाष देषाई- उद्योग एवं खनन मंत्रालय
एकनाथ शिंदे- शहरी विकास मंत्रालय, पीडब्ल्यूडी
गुलाबराव पाटिल- जलापूर्ति एवं स्वच्छता
अनिल परब- संसदीय कार्य और परिवहन मंत्रालय
संदिपान भुमरे- ईजीएस और बागवानी
छगन भुजबल- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग
संजय राठौड़- वन, राहत एवं पुनर्वास और आपदा प्रबंधन
उदय सामंत- उच्चतर एवं तकनीकी शिक्षा विभाग
इसके अलावा निर्दलीय विधायक शंकरराव गडाख को भूमि एवं जल संरक्षण विभाग मिला।एनसीपी के राज्य मंत्रियों में दत्तात्रेय भरणे को पीडब्ल्यूडी, वन, पशुसंरक्षण एवं जीएडी, संजय बंसोडे को पर्यावरण, पेयजल एवं स्वच्छता, प्राजक्त तानपुरे को शहरी विकास, विद्युत एवं जनजातीय विकास और अदिति तातकारे को उद्योग, पर्यटन, बागवानी एवं खेल मंत्रालय सौंपे गए।
शिवसेना के राज्य मंत्रियों में शम्भूराज देसाई को गृह-ग्रामीण, वित्त एवं योजना और आबकारी तथा अब्दुल सत्तार को राजस्व, ग्रामीण विकास, बंदरगाह और नमक भूमि विकास सौंपा गया।
कांग्रेस के राज्य मंत्रियों में विश्वजीत कदम को सहकारिता एवं कृषि विभाग और सतेज पाटिल को गृह-शहरी, परिवहन, आयकर और सेवानिवृत्त कर्मी कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई।
इसके अलावा राज्य मंत्रियों में राजेंद्र यदरावकर (निर्दलीय विधायक) को चिकित्सकीय शिक्षा, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और बच्चू कडू (निर्दलीय विधायक) को जल संसाधन, स्कूली शिक्षा एवं ओबीसी कल्याण मंत्रालय सौंपे गए।
राज्य में विपक्षी भाजपा एक महीने से अधिक समय से सत्ता में होने के बावजूद विभागों के आवंटन में देरी के लिए महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार को निशाना बना रही थी।
शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के दो-दो सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 28 नवम्बर को शपथ ली थी। इसके बाद 30 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था।
एनसीपी-
नवाब मलिक- अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय, वक्फ बोर्ड, कौशल विकास एवं उद्यमिता
अनिल देशमुख- गृह विभाग
अजित पवार- वित्त मंत्रालय
छगन भुजबल- उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय
बालासाहेब पाटिल- सहकार
धनंजय मुंडे- सामाजिक न्याय मंत्री
जितेंद्र अवहाद- आवास मंत्रालय
दिलीप वाल्से पाटिल- आबकारी एवं श्रम
जयंत पाटिल- जल संसाधन विकास एवं कमान क्षेत्र विकास
राजेंद्र शिंगने- खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग
राजेश तोपे- लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग
हसन मुशरिफ- ग्रामीण विकास
कांग्रेस-
अशोक चव्हाण को पीडब्ल्यूडी मंत्रालय
बालासाहेब थोराट- राजस्व मंत्रालय
नितिन राउत- ऊर्जा
केसी पाडुवी, आदिवासी विकास
वर्षा गायकवाड़- स्कूली शिक्षण
यशोमति ठाकुर- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
सुनील केदार- डेयरी विकास विभाग, युवा एवं खेल कल्याण विभाग
विजय वडेट्टीवार- ओबीसी कल्याण और नमक भूमि विकास
अमित देशमुख- चिकित्सकीय शिक्षा एवं संस्कृति
के सी पाडवी- जनजातीय विकास
असलम शेख- कपड़ा, मत्स्य एवं बंदरगाह विकास मंत्रालय
शिवसेना-
आदित्य ठाकरे- पर्यावरण और पर्यटन मंत्रालय
दादा भुसे- कृषि एवं सेवानिवृत्त कर्मी कल्याण विभाग
सुभाष देषाई- उद्योग एवं खनन मंत्रालय
एकनाथ शिंदे- शहरी विकास मंत्रालय, पीडब्ल्यूडी
गुलाबराव पाटिल- जलापूर्ति एवं स्वच्छता
अनिल परब- संसदीय कार्य और परिवहन मंत्रालय
संदिपान भुमरे- ईजीएस और बागवानी
छगन भुजबल- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग
संजय राठौड़- वन, राहत एवं पुनर्वास और आपदा प्रबंधन
उदय सामंत- उच्चतर एवं तकनीकी शिक्षा विभाग
इसके अलावा निर्दलीय विधायक शंकरराव गडाख को भूमि एवं जल संरक्षण विभाग मिला।एनसीपी के राज्य मंत्रियों में दत्तात्रेय भरणे को पीडब्ल्यूडी, वन, पशुसंरक्षण एवं जीएडी, संजय बंसोडे को पर्यावरण, पेयजल एवं स्वच्छता, प्राजक्त तानपुरे को शहरी विकास, विद्युत एवं जनजातीय विकास और अदिति तातकारे को उद्योग, पर्यटन, बागवानी एवं खेल मंत्रालय सौंपे गए।
शिवसेना के राज्य मंत्रियों में शम्भूराज देसाई को गृह-ग्रामीण, वित्त एवं योजना और आबकारी तथा अब्दुल सत्तार को राजस्व, ग्रामीण विकास, बंदरगाह और नमक भूमि विकास सौंपा गया।
कांग्रेस के राज्य मंत्रियों में विश्वजीत कदम को सहकारिता एवं कृषि विभाग और सतेज पाटिल को गृह-शहरी, परिवहन, आयकर और सेवानिवृत्त कर्मी कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई।
इसके अलावा राज्य मंत्रियों में राजेंद्र यदरावकर (निर्दलीय विधायक) को चिकित्सकीय शिक्षा, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और बच्चू कडू (निर्दलीय विधायक) को जल संसाधन, स्कूली शिक्षा एवं ओबीसी कल्याण मंत्रालय सौंपे गए।
राज्य में विपक्षी भाजपा एक महीने से अधिक समय से सत्ता में होने के बावजूद विभागों के आवंटन में देरी के लिए महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार को निशाना बना रही थी।
शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के दो-दो सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 28 नवम्बर को शपथ ली थी। इसके बाद 30 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था।