News18 : Apr 21, 2020, 11:16 AM
जयपुर। राजस्थान सरकार ने कोरोना (Corona) संक्रमण की पहचान के लिए इस्तेमाल में लिए जा रहे रेपिड टेस्टिंग किट से फिलहाल जांच रोक दी है। दरअसल जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जांच करने पर भी इस किट ने नेगेटिव रिजल्ट दिए थे। जिसके बाद जांच किट की रिपोट्र पर संदेह हुआ। इसको देखते हुए रेपिड टेस्टिंग किट से जांच का काम रोक दिया गया है। अब रेपिड टेस्टिंग किट की गुणवत्ता परीक्षण के लिए सवाई मानसिंग अस्पताल और स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने शोध शुरू कर दिया है।
95 प्रतिशत मामलों में फेल
जानकारी के अनुसार एसएमएस अस्पताल में जब डॉक्टरों ने इस किट से संक्रमित मरीजों का टेस्ट किया तो 95 प्रतिशत मामलों में इसने टेस्ट को नेगेटिव बता दिया। अब डॉक्टरों के अनुसार इस किट की सफलता की दर सिर्फ 5 प्रतिशत है। जयपुर के एसएमएस कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी और प्रिवेंटिव सोशल मेडिसिन डिपार्टमेंट ने 100 मरीजों पर इसका परीक्षण किया। इस दौरान इन मरीजों में से 5 पॉजिटिव मिले, जबकि 95 संक्रमित मरीजों की जांच रिपोर्ट में उन्हें कोरोना संक्रमण से मुक्त बताया गया। चिकिसकों का मानना है कि कोरोना के लिए पीसीआर जांच ही सही है। इस संबंध में डॉक्टरों ने एक रिपोर्ट राजस्थान सरकार को भेजी थी।प्रदेश में 10 हजार किट
जानकारी के अनुसार प्रदेश में फिलहाल ऐसे दस हजार किट आए हैं। इस किट से जांच की लागत करीब 600 रुपये आती है। वहीं बताया जा रहा है कि ऐसे किट की एक और खेप आने वाली है जिसमें करबी दो से ढाई लाख रेपिड टेस्टिंग किट हो सकते हैं।राजस्थान में 98 नए मामले आए सामने
राजस्थान में सोमवार को कोरोना के 98 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें सर्वाधिक 50 नए केस जयपुर में मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1576 पहुंच गई है। यहां इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से 25 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 26 जिले इसके संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के एसीएस रोहित कुमार सिंह ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नए मामले मिलने की दर जयपुर में सबसे ज्यादा है और यहां पर 50 नए मामले सामने आए हैं। जबकि जोधपुर में कोरोना संक्रमण के 32 नए मामले सामने आए। इसके अलावा कोटा में 7, नागौर में 3, झुंझुनूं में दो, अजमेर, टोंक और बांसवाड़ा में 1-1 पॉजिटिव मरीज की जानकारी मिली है। इस लिस्ट में ईरान से आया 1 भारतीय भी शामिल है। राज्य के 26 जिलों में कोरोना संक्रमित लोग पाए जा चुके हैं।
95 प्रतिशत मामलों में फेल
जानकारी के अनुसार एसएमएस अस्पताल में जब डॉक्टरों ने इस किट से संक्रमित मरीजों का टेस्ट किया तो 95 प्रतिशत मामलों में इसने टेस्ट को नेगेटिव बता दिया। अब डॉक्टरों के अनुसार इस किट की सफलता की दर सिर्फ 5 प्रतिशत है। जयपुर के एसएमएस कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी और प्रिवेंटिव सोशल मेडिसिन डिपार्टमेंट ने 100 मरीजों पर इसका परीक्षण किया। इस दौरान इन मरीजों में से 5 पॉजिटिव मिले, जबकि 95 संक्रमित मरीजों की जांच रिपोर्ट में उन्हें कोरोना संक्रमण से मुक्त बताया गया। चिकिसकों का मानना है कि कोरोना के लिए पीसीआर जांच ही सही है। इस संबंध में डॉक्टरों ने एक रिपोर्ट राजस्थान सरकार को भेजी थी।प्रदेश में 10 हजार किट
जानकारी के अनुसार प्रदेश में फिलहाल ऐसे दस हजार किट आए हैं। इस किट से जांच की लागत करीब 600 रुपये आती है। वहीं बताया जा रहा है कि ऐसे किट की एक और खेप आने वाली है जिसमें करबी दो से ढाई लाख रेपिड टेस्टिंग किट हो सकते हैं।राजस्थान में 98 नए मामले आए सामने
राजस्थान में सोमवार को कोरोना के 98 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें सर्वाधिक 50 नए केस जयपुर में मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1576 पहुंच गई है। यहां इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से 25 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 26 जिले इसके संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के एसीएस रोहित कुमार सिंह ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नए मामले मिलने की दर जयपुर में सबसे ज्यादा है और यहां पर 50 नए मामले सामने आए हैं। जबकि जोधपुर में कोरोना संक्रमण के 32 नए मामले सामने आए। इसके अलावा कोटा में 7, नागौर में 3, झुंझुनूं में दो, अजमेर, टोंक और बांसवाड़ा में 1-1 पॉजिटिव मरीज की जानकारी मिली है। इस लिस्ट में ईरान से आया 1 भारतीय भी शामिल है। राज्य के 26 जिलों में कोरोना संक्रमित लोग पाए जा चुके हैं।