गुजरात / कोरोनावायरस का असर डायमंड इंडस्ट्री पर भी, दो महीने में 8000 करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका

Dainik Bhaskar : Feb 05, 2020, 04:46 PM
सूरत. कोरोनावायरस की वजह से सूरत के हीरा उद्योग को अगले 2 महीने में 8,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का कहना है कि सूरत की डायमंड इंडस्ट्री के लिए हॉन्गकॉन्ग एक बड़ा केंद्र है, लेकिन वहां कोरोनावायरस की वजह से इमरजेंसी घोषित की जा चुकी है। इससे बिजनेस प्रभावित हो रहा है। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के रीजनल चेयरमैन दिनेश नवादिया का कहना है कि सूरत से हर साल 50,000 करोड़ रुपए के पॉलिश्ड हीरे हॉन्गकॉन्ग एक्सपोर्ट किए जाते हैं। यह सूरत के कुल डायमंड एक्सपोर्ट का 37% है।

देश का 99% हीरा सूरत में पॉलिश होता है

नवादिया का कहना है कि हॉन्गकॉन्ग में मार्च के पहले हफ्ते तक छुट्टियां घोषित हो चुकी हैं। गुजरात के जिन कारोबारियों के वहां ऑफिस हैं, उन्हें लौटना पड़ रहा है। हालात नहीं सुधरे तो हीरा उद्योग को भारी नुकसान हो सकता है। देश में जितना हीरा आयात किया जाता है उसमें से 99% सूरत में ही पॉलिश होता है।

ज्वेलरी बिजनेस को भी नुकसान की आशंका

हीरा कारोबारी प्रवीण नानावती ने बताया कि हॉन्गकॉन्ग में अगले महीने इंटरनेशनल ज्वेलरी एग्जिबिशन भी लगनी है। लेकिन, कोरोनावायरस फैलने की वजह से उसे रद्द किया जा सकता है। ऐसा हुआ तो सूरत का ज्वेलरी बिजनेस भी प्रभावित होगा, क्योंकि इंटरनेशनल एग्जिबिशन में हीरे और ज्वेलरी की काफी बिक्री होती है। वहां मिलने वाले ऑर्डर के आधार पर हम सालभर के टार्गेट भी तय करते हैं।

हॉन्गकॉन्ग में कोरोनोवायरस के 18 मामले सामने आए

नानावती का कहना है कि सूरत में पॉलिश किए जाने वाले हीरे और यहां बनने वाली ज्वेलरी हॉन्गकॉन्ग के जरिए ही दुनियाभर में पहुंचती है। लेकिन, हॉन्गकॉन्ग में छुट्टियां होने की वजह से कारोबार बंद है। हॉन्गकॉन्ग दुनिया के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में से एक है, चीन में आवाजाही का प्रमुख केंद्र भी है।हॉन्गकॉन्ग में अब तक 18 लोगों में कोरोनोवायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।

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